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नवाब मालिक के खिलाफ पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ ED ने गुरुवार को 5 हजार पेज की चार्जशीट दायर की। यह मामला ​​​​​डॉन दाऊद इब्राहिम के परिवार से जमीन खरीदने से जुड़ा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विशेष PMLA अदालत में आरोप पत्र पेश किया।

बॉक्स में बंद थी चार्जशीट
ED के अधिकारी लोहे के बॉक्स में चार्जशीट की कॉपी लेकर अदालत पहुंचे। उन्होंने एक-एक करके मलिक के खिलाफ लगे आरोपों को बताया। मलिक को 23 फरवरी को ईडी ने गिरफ्तार किया था, फिलहाल वे मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं।

चार्जशीट में ईडी ने नवाब मलिक के अलावा सॉलिडस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, मलिक इंफ्रास्ट्रक्चर और दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों और संबंधित व्यक्तियों के नाम दाखिल किए हैं। इस मामले में यह पहली चार्जशीट है।

दाउद की बहन से खरीदी थी जमीन
मलिक पर दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों- हसीना पारकर, सलीम पटेल और सरदार खान के साथ मिलकर मुंबई के कुर्ला में मुनीरा प्लंबर की पैतृक संपत्ति को हड़पने के लिए एक आपराधिक साजिश रचने का आरोप है। इसके अलावा ईडी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में मलिक के खिलाफ जांच कर रही है।

मलिक का पैसा रूट होकर दाऊद तक पहुंचा
चार्जशीट के मुताबिक, ईडी को पता चला है कि कुर्ला में नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर और 1993 के सीरियल ब्लास्ट के आरोपी सरदार खान से 2.75 एकड़ का प्लॉट खरीदा। इसके लिए निश्चित राशि भी दी गई। ईडी का आरोप है कि नवाब मलिक ने जो पैसा दिया, उसे हसीना पारकर ने दाऊद को दिया। जिसका इस्तेमाल टेरर फंडिंग में किया गया।

यह डील 2003 से 2005 के बीच में हुई। इसके बाद से यह जमीन मलिक ने कई किराएदारों को दी। मलिक, उनकी फर्म और उनके परिवार के लोगों ने इस प्रॉपर्टी से 11.70 करोड़ रुपए की कमाई की।

गलत ढंग से प्रॉपर्टी हड़पने का है आरोप
ईडी को जांच में यह भी पता चला है कि नवाब मलिक ने 'मेसर्स सॉलिडस इन्वेस्टमेंट कंपनी' के जरिए मुनीरा प्लंबर की संपत्ति हड़प ली थी। इस कंपनी को नवाब मलिक के परिवार के सदस्य ऑपरेट करते थे, जबकि कंट्रोल नवाब मलिक के पास था। कंपनी में हसीना पारकर सहित डी-गैंग के सदस्यों की मिलीभगत भी थी। संपत्ति हड़पने के लिए, हसीना पारकर और नवाब मलिक ने एक साथ आपराधिक कृत्य के लिए कई कानूनी दस्तावेज बनाए।

ऐसे ही गोवावाला कंपाउंड अपने नाम करवाया
ED के मुताबिक मुनीरा एस. प्लंबर और उसकी मां मरियमबाई की संपत्ति अवैध रूप से हथियाई गई थी। नवाब मलिक के नियंत्रण वाली सॉलिडस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और हसीना पारकर, सरदार शाहवली खान, सलीम पटेल और नवाब मलिक ने गोवावाला में अवैध रूप से संपत्ति हड़पी थी। इसमें एक भवन सहित तीन एकड़ जमीन शामिल है।

इन लोगों ने मुनीरा प्लंबर और उसकी मां मरियम गोवावाला की जमीन को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड करवाकर अवैध रूप से स्थानांतरित कर दिया।

NIA भी कर रही मामले की जांच
इस मामले में एनआईए ने भी 3 फरवरी 2022 को केस दर्ज किया था। इसके बाद ED ने मामले में दाऊद इब्राहिम और अन्य आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। एफआईआर में दाऊद इब्राहिम कासकर, हाजी अनीस उर्फ अनीस इब्राहिम शेख, शकील शेख उर्फ छोटा शकील, जावेद पटेल उर्फ जावेद चिकना, इब्राहिम मुश्ताक अब्दुल रज्जाक मेमन उर्फ टाइगर मेमन को आरोपी बनाया गया है।

FIR में यह भी कहा गया है कि दाऊद इब्राहिम ने भारत छोड़ने के बाद, भारत में अपनी आपराधिक गतिविधियों को करीबी सहयोगियों जैसे हसीना पारकर और दूसरे लोगों के माध्यम से नियंत्रित किया।

ED ने कुर्क की है मलिक की प्रॉपर्टी
ईडी ने इस महीने की शुरुआत में मलिक, उनके परिवार के सदस्यों, मेसर्स की संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। इसमें गोवावाला कंपाउंड, कुर्ला (पश्चिम), कुर्ला वेस्ट, मुंबई में वाणिज्यिक इकाई, उस्मानाबाद महाराष्ट्र जिले में कृषि भूमि का क्षेत्रफल 59.81 हेक्टेयर (कुल क्षेत्रफल 147.794 एकड़), कुर्ला वेस्ट मुंबई में तीन फ्लैट, बांद्रा पश्चिम मुंबई में दो आवासीय फ्लैट शामिल हैं।

ईडी ने पिछले हफ्ते दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर, कासकर के सहयोगी मुमताज शेख और इसरार सैयद के खिलाफ मुंबई में ठाणे में 2017 में दर्ज की गई शिकायत के बाद जबरन वसूली से संबंधित मामले में आरोप पत्र दायर किया था।

ED ने अपने बयान में मलिक को बताया था दोषी
मुंबई में ED के सहायक निदेशक, नीरज कुमार ने एक बयान में कहा था, 'नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत दंडनीय अपराध का दोषी पाया गया। इसलिए, Prevention of Money Laundering Act, 2002 (2003 का 15) की धारा 19 की उप-धारा (1) के तहत मुझे प्रदान की गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए, मैं मोहम्मद नवाब मोहम्मद इस्लाम मलिक को गिरफ्तार करता हूं। 23 फरवरी 2022 की 14.45 बजे नवाब मलिक को गिरफ्तार किया गया है।"