logo_banner
Breaking
  • ⁕ Amravati: माँ के अंधे प्यार का एक अजीबोगरीब अंत; प्रेमी के साथ मिलकर की बेटे की हत्या, पुलिस ने 24 घंटे चार को किया गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ नागपुर में ओबीसी समाज का महामोर्चा, वडेट्टीवार ने तैयारियों का लिया जायजा, महायुति सरकार पर आरोपियों को संरक्षण देने का लगाया आरोप ⁕
  • ⁕ Yavatmal: सोनुरली आश्रम स्कूल के पास बाघ के हमले में गाय की मौत, ग्रामीणों में दहशत का माहौल ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला पुलिस ने किया 226 किलोग्राम गांजा नष्ट, 11 मामलों में जब्त किया गया था नशीला पदार्थ ⁕
  • ⁕ Amravati: 15 अक्टूबर से खुलेंगे कपास खरीद केंद्र, कपास किसान ऐप पर पंजीकरण आवश्यक ⁕
  • ⁕ नागपुर ज़िले की 11 नगर परिषदों में अध्यक्षों का आरक्षण घोषित, बूटीबोरी एससी तो कामठी में सामन्या वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ विदर्भ की 71 नगर परिषदों में अध्यक्ष पदों का हुआ बंटवारा, जानिए किस वर्ग के नाम हुआ कौन-सा शहर! ⁕
  • ⁕ विदर्भ सहित राज्य के 247 नगर परिषदों और 147 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित, देखें किस सीट पर किस वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ अमरावती में युवा कांग्रेस का ‘आई लव आंबेडकर’ अभियान, भूषण गवई पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ⁕
  • ⁕ Gondia: कुंभारटोली निवासियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर नगर परिषद पर बोला हमला, ‘एक नारी सबसे भारी’ के नारों से गूंज उठा आमगांव शहर ⁕
Nagpur

नागपुर में गणेश मूर्तियों की ऊंचाई पर लगा प्रतिबंध हटा


नागपुर- राज्य सरकार द्वारा आगामी उत्सवों को लेकर लागू निर्बंधो को हटाया जाने का ऐलान किये जाने के बाद नागपुर महानगर पालिका के आयुक्त राधाकृष्णन बी ने भी साफ किया है की अब शहर में पूर्व से लागू प्रतिबंधों को हटा दिया जायेगा। इसमें प्रमुख रूप से गणेश मूर्तियों को लेकर लागू की गई शर्त भी शामिल है.बीते दिनों आयुक्त द्वारा निकाले गए एक निर्णय पर खासा हंगामा हुआ.इस आदेश में गणेश मूर्ति की ऊंचाई चार फीट तक तय कर दी गई थी इस निर्णय पर भारतीय जनता पार्टी ने खासी नाराजगी जताई थी और आयुक्त से अपना निर्णय वापस लिए जाने की मांग की थी.अब जब खुद राज्य के मुख्यमंत्री ने आगामी उत्सवों को नियमों के बंधन से मुक्त कर दिया है तो आयुक्त ने भी कहा है की यह निर्णय नागपुर में भी लागू होगा।वह इस निर्णय को लेकर विभिन्न गणेश मंडलों से चर्चा भी करेंगे।आयुक्त ने बताया की नागपुर शहर में विभिन्न तालाबों में काम शुरू है जिस वजह से वह विसर्जन की अनुमति दिया जाना मुश्किल है.अगर कोई मंडल बड़ी मुर्तिया स्थापित करता है तो उसका विसर्जन उन्हें शहर से बाहर किसी नदी में करना होगा वह इस बारे में गणेश मंडलों से फिर चर्चा करेंगे।