logo_banner
Breaking
  • ⁕ अमरावती के शिवनगांव में फिर भूकंप के झटके, लोगों में डर का माहौल ⁕
  • ⁕ Akola: राजनीतिक पार्टियां नगर पालिका चुनावों के लिए बना रहीं मजबूत मोर्चा ⁕
  • ⁕ Wardha: तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे चल रही छात्राओं को उड़ाया, एक छात्रा की हालत बेहद नाजुक ⁕
  • ⁕ राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का तंज, कहा - पृथ्वीराज चव्हाण दुनिया के सबसे महान भविष्यवक्ता ⁕
  • ⁕ विदर्भ में ठंड का असर बरकरार, नागपुर सहित अन्य जिलों में तापमान में गिरावट, गोंदिया 8.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा जिला ⁕
  • ⁕ Nagpur: UCN न्यूज़ की खबर का असर; सिंचाई विभाग की 5 एकड़ ज़मीन पर कब्ज़े का मामला, हरकत में प्रशासन ⁕
  • ⁕ Amravati: दिन दहाड़े प्रॉपर्टी डीलर की हत्या से दहला शहर, खोलापुरी गेट के सब्जी मंडी इलाके की घटना ⁕
  • ⁕ Gondia: अवैध रेत उत्खनन पर अब निर्णायक प्रहार, वैनगंगा नदी का होगा अंतरराज्यीय सीमांकन ⁕
  • ⁕ भाजपा कार्यालय में आज से उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू, विधानसभा क्षेत्रवार प्रभारी नियुक्त ⁕
  • ⁕ मनपा के बाद ZP–पंचायत समिति चुनाव जल्द जनवरी के अंतिम सप्ताह में मतदान की संभावना ⁕

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री संग्रहालय का किया उद्घाटन


नई दिल्ली -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां स्थित तीन मूर्ति भवन परिसर में नवनिर्मित प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया और इसे प्रत्येक सरकार की साझा विरासत का जीवंत प्रतिबिंब करार देते हुए उम्मीद जताई कि यह संग्रहालय भारत के भविष्य के निर्माण का एक ऊर्जा केंद्र भी बनेगा।भारत को ‘‘लोकतंत्र की जननी’’बताते हुए मोदी ने कहा कि एक दो अपवादों को छोड़ दिया जाए तो देश में लोकतंत्र को लोकतांत्रिक तरीके से मजबूत करने की गौरवशाली परंपरा रही है, इसलिए अपने प्रयासों से लोकतंत्र को मजबूत करते रहना सभी का दायित्व भी है।प्रधानमंत्री संग्रहालय दिल्‍ली के तीन मूर्ति परिसर में निर्मित है और इसमें देश के 14 पूर्व प्रधानमंत्रियों के जीवन की झलक के साथ साथ राष्ट्रनिर्माण में उनका योगदान दर्शाया गया है।इसका उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने संग्रहालय का अवलोकन भी किया।

इसके बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारतवासियों के लिए बहुत गौरव की बात है कि देश के ज्यादातर प्रधानमंत्री बहुत ही साधारण परिवार से रहे हैं और सुदूर देहात, एकदम गरीब परिवार, किसान परिवार से आकर भी प्रधानमंत्री पद पर पहुंचना भारतीय लोकतंत्र की महान परंपराओं के प्रति विश्वास को दृढ़ करता है।उन्होंने कहा, ‘‘यह देश के युवाओं को भी विश्वास देता है कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में सामान्य परिवार में जन्म लेने वाला व्यक्ति भी शीर्षतम पदों पर पहुंच सकता है।’’प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आज जिस ऊंचाई पर है वहां तक उसे पहुंचाने में स्वतंत्र भारत के बाद बनी प्रत्येक सरकार का योगदान है। उन्होंने कहा, ‘‘आज यह संग्रहालय भी प्रत्येक सरकार की साझा विरासत का जीवंत प्रतिबिंब बन गया है।’’

इस संग्रहालय का उद्घाटन आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में देश भर में मनाए जा रहे ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव’’ के दौरान किया गया है। यह संग्रहालय स्वतंत्रता के पश्चात देश के प्रधानमंत्रियों के जीवन और उनके योगदान के माध्यम से लिखी गई भारत की गाथा का वर्णन करता है। संग्रहालय में कुल 43 दीर्घाएं हैं। नवीनता और प्राचीनता के मिले-जुले रूप का प्रतीक यह संग्रहालय पूर्व तीन मूर्ति भवन के खंड-एक को नव-निर्मित भवन के खण्‍ड-दो से जोड़ता है। दोनों खण्‍ड का कुल क्षेत्रफल 15,600 वर्ग मीटर से अधिक है।
यह संग्रहालय स्वतंत्रता संग्राम के प्रदर्शन से शुरू होकर संविधान के निर्माण तक की गाथा बताता है कि कैसे हमारे प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों के बावजूद देश को नई राह दी और देश की सर्वांगीण प्रगति को सुनिश्चित किया।