भारी बारिश के चलते नागपुर समेत विदर्भ के जलाशय भरे

नागपुर-विदर्भ के मानसून के आगमन में थोड़ी देरी हुई लेकिन जुलाई के महीने में मानसून द्वारा पकड़ी गई रफ़्तार के चलते विदर्भ के जलाशयों में जलसंचय की वृद्धि हुई है.बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार हो रही बारिश के चलते सामान्यतः जुलाई के महीने में होने वाले जलसंचय से अधिक पानी का संचय दर्ज हुआ है.ताज़ा आकड़ो के मुताबिक 18 जुलाई तक विदर्भ के जलाशयों में 54 प्रतिशत जबकि नागपुर के तीन जलाशयों में 70% से अधिक जलसंचय हुआ है.
जून महीना विदर्भ के लिए मानसून के इंतजार में गुजरा इस वर्ष खरीब की बुवाई कब होगी ऐसा भी सवाल उठ खड़ा हुआ था.जलाशयों के जलसंचय को लेकर भी चिंता बढ़ रही थी.लेकिन जुलाई के महीने में स्थिति बदल गई.बीते 10 दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से जलाशयों का जलस्तर बढ़ा है.जलस्तर के बढ़ने की वजह से भविष्य में विदर्भ में पीने के पानी और कृषि तथा सिंचन के लिए लगने वाले पानी की दिक्कत दूर होती हुई दिखाई दे रही है.
नागपुर विभाग में 16 बड़े,42 माध्यम और 326 लघु बांध ( जलाशय ) है.इस जलाशयों की जलसंचय क्षमता 3435.5 दशलक्ष घनमीटर है.18 जुलाई तक 54.19 प्रतिशत जल का संचय हो चूका है.पिछले वर्ष इसी तारीख का 35.21% जलसंचय था.
नागपुर जिले के जलाशय और उसमे इस वर्ष तथा पिछले वर्ष जलसंचय की स्थिति
जलाशय नाम 18 जुलाई 2022 18 जुलाई 2021
खिड़सी 68.0 % 30.04%
वडगाव 70. 32 % 47. 66 %
तोतलाडोह 75.83 % 59.17 %
नांद 58.48 % 0.0 %
कामठी खैरी 93.5 % 79.54%
नागपुर जिले के नांद प्रकल्प में बीते वर्ष 18 जुलाई तक शून्य प्रतिशत जनसंचय था लेकिन आज यह 58% भरा हुआ है.जलस्तर के बढ़ने की वजह से जलाशयों से पानी को छोड़े जाने का क्रम भी शुरू है.

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