logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

रेल्वे की एक बड़ी लापरवाही ने ली 12 वर्षीय मासूम की जान



नागपुर -नागपुर के डिप्टी सिग्नल परिसर में गुरुवार की शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई है. रेलवे प्रशासन की लापरवाही के चलते एक 12 वर्षीय मासूम की मौत हो गई. बताया जाता है कि परिसर में रेलवे अंडर ब्रिज बनाने के लिए बड़ा गड्ढा खोदा गया था और तकनीकी परेशानी के चलते यह काफी समय से काम बंद हो गया था, लेकिन बारिश होते ही यह गड्ढा तालाब में तब्दील हो गया. गुरुवार शाम यह बच्चा पानी के पास ही खेल रहा था उसी दौरान पैर फिसलने के कारण वह बड़े गड्ढे में गिर गया जिसके बाद पानी में डूबने के कारण उसकी मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक पृथ्वी धनीराम मारखंडे बताया जा रहा जो कि डीप्टि सिग्नल के वैरागड़े वाड़ी परिसर में रहता था। पृथ्वी के पिता मजदूरी करते है जबकि मां गृहणी है. डिप्टी सिग्नल के वैरागड़े वाड़ी में करीब 1 साल पहले से रेलवे का अंडर ब्रिज बनाने का काम शुरू है. कलमना से इतवारी की ओर जाने वाली रेलवे लाइन के नीचे यह आरयूबी बनना है. यह रास्ता डिप्टी सिग्नल से शांतीनगर को जोड़ने वाला है. बुलडोजर के जरिए यहां गहरा गड्ढा खोदा गया था. परंतु कई महीनों से इसका काम बंद था। बारिश की वजह से इस गड्ढे में काफी पानी जमा हो गया था जो कि  तालाब का रूप ले चुका था.  गुरुवार की शाम 7 बजे के दौरान पृथ्वी अपने 3 दोस्तों के साथ तालाब के किनारे पानी में खेल रहा था. कीचड़ में उसका पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गया. जिसके बाद दोस्तों ने इस घटना की जानकारी उसके परिजनों को दी। परिसर वासियों ने तुरंत पुलिस के साथ ही दमकल कर्मियों को इसकी जानकारी दी। बच्चे की डूबने की खबर मिलते ही कलमना, सुगतनगर, लकड़गंज और गंजीपेठ से दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे.गल डालकर पृथ्वी को ढूंढने का प्रयास किया गया। करीब 45 मिनट की जांच के बाद फायरमैन श्रीकृष्ण नरवटे ने गोता लगाकर पृथ्वी का शव पानी से बाहर निकाला. जिसके बाद पूरे परिसर में  कोहराम मच गया. नागरिक गुस्से से बौखलाए हुए थे. किसी तरह पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया. पुलिस ने फिलहाल इस मामले में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है और आगे की जांच कर रही है।