रेल्वे की एक बड़ी लापरवाही ने ली 12 वर्षीय मासूम की जान

नागपुर -नागपुर के डिप्टी सिग्नल परिसर में गुरुवार की शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई है. रेलवे प्रशासन की लापरवाही के चलते एक 12 वर्षीय मासूम की मौत हो गई. बताया जाता है कि परिसर में रेलवे अंडर ब्रिज बनाने के लिए बड़ा गड्ढा खोदा गया था और तकनीकी परेशानी के चलते यह काफी समय से काम बंद हो गया था, लेकिन बारिश होते ही यह गड्ढा तालाब में तब्दील हो गया. गुरुवार शाम यह बच्चा पानी के पास ही खेल रहा था उसी दौरान पैर फिसलने के कारण वह बड़े गड्ढे में गिर गया जिसके बाद पानी में डूबने के कारण उसकी मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक पृथ्वी धनीराम मारखंडे बताया जा रहा जो कि डीप्टि सिग्नल के वैरागड़े वाड़ी परिसर में रहता था। पृथ्वी के पिता मजदूरी करते है जबकि मां गृहणी है. डिप्टी सिग्नल के वैरागड़े वाड़ी में करीब 1 साल पहले से रेलवे का अंडर ब्रिज बनाने का काम शुरू है. कलमना से इतवारी की ओर जाने वाली रेलवे लाइन के नीचे यह आरयूबी बनना है. यह रास्ता डिप्टी सिग्नल से शांतीनगर को जोड़ने वाला है. बुलडोजर के जरिए यहां गहरा गड्ढा खोदा गया था. परंतु कई महीनों से इसका काम बंद था। बारिश की वजह से इस गड्ढे में काफी पानी जमा हो गया था जो कि तालाब का रूप ले चुका था. गुरुवार की शाम 7 बजे के दौरान पृथ्वी अपने 3 दोस्तों के साथ तालाब के किनारे पानी में खेल रहा था. कीचड़ में उसका पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गया. जिसके बाद दोस्तों ने इस घटना की जानकारी उसके परिजनों को दी। परिसर वासियों ने तुरंत पुलिस के साथ ही दमकल कर्मियों को इसकी जानकारी दी। बच्चे की डूबने की खबर मिलते ही कलमना, सुगतनगर, लकड़गंज और गंजीपेठ से दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे.गल डालकर पृथ्वी को ढूंढने का प्रयास किया गया। करीब 45 मिनट की जांच के बाद फायरमैन श्रीकृष्ण नरवटे ने गोता लगाकर पृथ्वी का शव पानी से बाहर निकाला. जिसके बाद पूरे परिसर में कोहराम मच गया. नागरिक गुस्से से बौखलाए हुए थे. किसी तरह पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया. पुलिस ने फिलहाल इस मामले में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है और आगे की जांच कर रही है।

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