logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

शिवसेना के संकट पर बोले गड़करी,आगे आगे देखों होता है क्या ?


नागपुर - राज्य में मौजूदा संकट और शिवसेना की मौजूदा परिस्थिति को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने पहली बार टिप्पणी की है,एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में गड़करी ने कहाँ की इस संकट को लेकर आगे आगे देखिये होता है क्या ? उन्होंने कहां की कुछ बातें समय और परिस्थिति के हिसाब से तय होती है इसलिए आगे क्या होगा यह समय तय करेगा लेकिन भाजपा और शिवसेना साथ आती है तो उन्हें या उनके जैसे वो लोग जो हिंदुत्व और बालासाहेब ठाकरे के विचारों पर यकीन रखते है उन्हें अच्छा ही लगेगा,गड़करी ने कहाँ की वह शिवसेना के मौजूदा संकट के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते,शिवसेना में ऐसी परिस्थिति क्यों बनी इसका बेहतर जवाब पार्टी प्रमुख ही दे सकते है कुछ सवालों के जवाब समय,परिस्थिति और भगवान के पास होते है इसलिए आगे आगे देखिये क्या होता है.उन्होंने यह भी कहां की शिवसेना का राष्ट्रवादी और कांग्रेस के साथ जो गठबंधन हुआ वह नैसर्गिक नहीं था,इसलिए शायद शिवसेना इस संकट से जूझ रही है.मेरे उद्धव ठाकरे से व्यक्तिगत संबंध है लेकिन व्यक्तिगत संबंध और राजनीति दोनों अलग-अलग चीजे है.आगे-आगे देखिये क्या होता है,वैसे मुझ जैसे ऐसे कई लोगों को भाजपा और शिवसेना का गठबंधन हो यह अच्छा लगेगा,क्यूँकि मैं हिंदुत्व और बालासाहेब ठाकरे के विचारों को मानते है मगर मौजूदा परिस्थिति में इसकी संभावना कम ही है.हमें कुछ दिन इंतज़ार करना होगा परिस्थितिया साफ होगी,बादल छट जायेंगे,अँधेरा दूर होगा और सूरज निकलेगा