शिवसेना नेता संजय राऊत को ईडी ने हिरासत में लिया

ED के अधिकारी रविवार सुबह करीब 7 बजे शिवसेना नेता संजय राउत के आवास पर पहुंचे. राउत से पात्रा चाल भूमि घोटाला मामले में पूछताछ की. जांच एजेंसी की टीम के साथ सीआरपीएफ के अधिकारी भी थे. संजय राउत ने पतरा चाल भूमि घोटाले में अपनी किसी भूमिका से इनकार किया है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट में कहा है कि 'महाराष्ट्र और शिवसेना की लड़ाई जारी रहेगी.' और वे लड़ते रहेंगे। दरअसल, इस पूरे मामले में ED का दावा है कि पात्रा चॉल के 672 परिवारों के पुनर्वास के लिए सोसायटी, म्हाडा और गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच करार हुआ था. गुरु आशीष कंपनी के डायरेक्टर थे HDIL के राकेश वाधवान, सारंग वाधवान और प्रवीण राऊत. कंपनी पर आरोप है कि उसने महाडा को गुमराह कर वहां की FSI पहले तो 9 दूसरे बिल्डरों को बेच कर 901 करोड़ जमा किए. फिर मिडोज नाम से एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर 138 करोड़ रुपए फ्लैट बुकिंग के नाम पर वसूले लेकिन 672 असली किरायेदारों को उनका मकान नहीं दिया. इस तरह कंपनी ने 1039.79 करोड़ बनाए। ED का आरोप है कि बाद में HDIL ने गुरु आशीष कंपनी के डायरेक्टर प्रवीण राऊत को 100 करोड़ रुपए दिए जिसमे से प्रवीण राऊत ने 55 लाख रुपए संजय राऊत की पत्नी वर्षा राऊत को दिए थे जो मनी लॉन्ड्रिंग का हिस्सा है. ED इसके पहले शिवसेना नेता संजय राऊत की अलीबाग की जमीन और दादर का फ्लैट कुर्क करने की नोटिस दे चुकी है.

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