हर्षोल्लास के साथ हुआ बागड़ महोत्सव का समापन

नागपुर: गुरू गोरखनाथ सेवा समिति के तत्वावधान और नागपुर कामठी के सभी गोगा प्रेमियों के सहयोग से इस वर्ष भी धूमधाम से बागड़ महोत्सव मनाया गया। वीरों के प्रकट दिन के अवसर पर बागड़ धाम, मंगल मंडप में जाहरवीर भगवान गोगा जी महाराज के भक्तों की भीड़ रही। पावन छड़ियों (निसानों) के, सभी गोगा प्रेमियों ने दर्शन किए और का आशीर्वाद लिया। महोत्सव में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।
महोत्सव का शुभारंभ प्रसिद्ध गणेश टेकड़ी मंदिर, नागपुर से हुआ। जहां गणेश पुजन के बाद गुरू गोरखनाथ की पालकी निकाली गई। इस छड़ी शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण नागपुर शहर के तीन निसान अखाड़े रहे। जिनमें शोभा चौहान भगत, गोवर्धन राजवाड़े भगत और दिनेश गोहर भगत मुख्य रूप से उपस्थित थे। इसके पश्चात इनके नेतृत्व में मानस चौक स्थित गोगा जी मंदिर की परिक्रमा एवं कलश पूजन हुआ, जिसके बाद गुरु गोरखनाथ की पालकी, निसानों, गाजे-बजे और मंगल कलशों के साथ मनभावन शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ। यात्रा मानस चौक से केपी ग्राउंड मार्ग होते हुए सुदर्शन दुर्गा माता मंदिर, गोल बाजार, गड्डीगोदाम पहुंची। मंदिर में देवी पूजन हुआ जिसके बाद तीनों छड़ियाँ कड़वी चौक स्थित बागड़ धाम, मंगल मंडप पहुंची।
बागड़ धाम पहुंचने पर ‘भूमि पुत्र अखाडा’ के वीरों ने अपनी आयुध कला का उत्तम प्रदर्शन किया। इस कला प्रदर्शन में बड़ों सहित छोटी बालिकाओं ने भी अपनी उत्कृष्ट आयुध कला दर्शायी। असिक्रीड़ा के प्रदर्शन के पश्चात छड़ियों को स्थान दिया गया। छड़ियों को स्थान पर विराजमान करने के बाद पांचों वीरों - जाहरवीर गोगादेव, वीर नाहर सिंह जी, वीर भज्जू जी, वीर रतना जी, वीर बाला जी के कलशों का पूजन किया गया। वीरों के कलश पूजन के बाद महाआरती की गई। महाआरती के बाद अखंड ज्योत प्रज्वलन हुआ।
बागड़ धाम में इन सभी कार्यक्रमों के बाद समाज में अतुलनीय कार्य करने और समाज का गौरव बढ़ाने वाले लोगों को पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। समाज के वरिष्ठ नागरिक हरिचंद सारवान को ‘वाल्मीकि समाज रत्न’ से सम्मानित किया गया। वहीं, विदर्भ के प्रसिद्ध ढोलक वादक राजेश गोदरे उर्फ राजा को ढोलक वादन, राष्ट्रीय कत्थक पुरस्कार विजेता रक्षिता भगत, स्वर्ण पदक वजेता धावक ऋतिका संकत, स्केटर इशिका झंझोटे को समाज गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के बाद महाप्रसाद शुरू हुआ। रात्रि में भक्तों द्वारा संगीतमय सुंदरकांड का पाठ भी किया गया।
कार्यक्रम के समापन दिवस पर सुबह कड़ाई प्रसाद का वितरण हुआ। तीनों छड़ियों (निसानों) को विदाई दी गई। छड़ियों की विदाई के पश्चात गुरु गोरखनाथ सेवा समिति के सफलतार्थ कार्यक्रम के समापन के लिए सचिव नरेंद्र नाहर ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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