Amravati: छात्रों की नई शिक्षा नीति सर्वांगीण विकास के लिए उपयोगी: उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल
अमरावती: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई नई शिक्षा नीति छात्र केंद्रित है और छात्रों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देगी। इस शिक्षा व्यवस्था में समय की आवश्यकता को समझते हुए कौशल शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को स्वावलंबी बनाया जाएगा। इसमें छात्रों को अपनी मातृभाषा के माध्यम से शिक्षा प्राप्त होगी और छात्रों को विभिन्न शाखाओं में विषय चुनने की स्वतंत्रता होगी। प्रदेश के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने आज यहां शिक्षण संस्थानों से पहल करने की अपील की।
शिवाजी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागार में अमृत महोत्सव वर्ष की समाप्ति, नवीन भवन का उद्घाटन एवं 'अमृतघन' पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें शामिल होने के लिए शिक्षामंत्री पाटिल अमरावती पहुंचे थे। जहां बोलते हुए पाटिल ने कहा, "शिक्षा और कृषि क्षेत्र के लिए शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव उपनाम भाऊसाहेब देशमुख ने बहुत योगदान दिया है। उन्होंने मिस्टर शुरू किया। शिवाजी शिक्षा संस्थान की ज्ञान गंगा से विदर्भ के गांवों के छात्र लाभान्वित हुए।"
पाटिल ने कहा, “भारत को दुनिया में युवाओं के देश के रूप में जाना जाता है। भारतीय युवा मेहनती और ईमानदार हैं। आज भारतीय मूल के नागरिक विदेशों में उच्च पदों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सरकार ने यहां के छात्रों को दुनिया में जरूरी शिक्षा मुहैया कराने के लिए नई शिक्षा नीति की घोषणा की है। नई शिक्षा नीति शिक्षा के क्षेत्र में एक अहम कदम है। इसमें पूर्व प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान देते हुए व्यावसायिक शिक्षा की आवश्यकता पर विचार किया गया है।”
शिक्षा मंत्री ने कहा, "व्यावसायिक कौशल प्राप्त कर विद्यार्थी शीघ्र ही अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा। इसमें व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त छात्र व्यक्तित्व विकास के लिए रुचि के विषय जैसे योग, ध्यान, नृत्य आदि भी सीख सकते हैं। इन विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त अंकों को उनके डिजिटल बैंक में जमा किया जाएगा। इन संचित क्रेडिटों के आधार पर कोई छात्र शिक्षा पूरी होने के बाद भी अपनी विषय शाखा बदल सकता है। इस प्रकार नई शिक्षा नीति छात्र केंद्रित है।"
admin
News Admin