logo_banner
Breaking
  • ⁕ हाईकोर्ट ने माणिकराव कोकाटे को मिली जमानत, एक लाख के मुचलके पर अदालत ने कोकाटे को दिया जमानत, सजा रखी बरकरार ⁕
  • ⁕ डॉक्टर को Sextortion में फांसकर मांगी 2.60 करोड़ की फिरौती, पत्रकार सहित सात लोग गिरफ्तार; तीन महिला भी शामिल; 13 नामजद ⁕
  • ⁕ नगर पालिका चुनाव से पहले ठाकरे गुट को बड़ा झटका, अमरावती नगर सेवक रहे प्रशांत वानखड़े युवा स्वाभिमान संगठन में शामिल ⁕
  • ⁕ विदर्भ में पढ़ रही कड़ाके की ठंड; 8 डिग्री के साथ गोंदिया सबसे ठंडा, नागपुर में भी पारा लुढ़कर 8.5 डिग्री हुआ दर्ज ⁕
  • ⁕ बुटीबोरी में हुए हादसे में तीन मजदूरों की मौत, 11 मजदूरों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी, प्राइवेट अस्पताल में चल रहा इलाज ⁕
  • ⁕ विदर्भ में मनसे के लिए अच्छा माहौल, उबाठा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत ⁕
  • ⁕ Bhandara: ट्रक रोककर चालक को बेरहमी से पीटा, नकदी लूटकर हुए फरार, पुलिस ने 12 घंटे के अंदर सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपूर मनपा में नया विवाद; आयुक्त के ‘अलिखित फरमान’ से अधिकारी-कर्मचारी परेशान ⁕
  • ⁕ सूदखोरी का कहर! चंद्रपुर में साहूकारों की दरिंदगी, एक लाख का कर्ज़ 47 लाख बना; कर्ज चुकाने किसान ने बेच दी किडनी ⁕
  • ⁕ Nagpur: चोरी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन चोरी की वारदातों का खुलासा, क्राइम ब्रांच यूनिट 3 की कार्रवाई ⁕
Amravati

Amravati: डैम में बचा केवल 46 फीसदी पानी, अब बारिश पर निर्भर होगी पानी की आपूर्ति


नागपुर: इस वर्ष पर्याप्त वर्षा के बावजूद, कई शहरों को पानी की आपूर्ति करने वाले बांधों के जलाशय कम हो गए हैं। अमरावती शहर को पानी सप्लाई करने वाले अपर वर्धा डैम में फिलहाल 46 फीसदी पानी का स्टोरेज बचा है। हालांकि फिलहाल पानी की कमी की कोई संभावना नहीं है, लेकिन जलापूर्ति की योजना इस आधार पर बनेगी कि जून और जुलाई में कितनी बारिश होती है।

हालांकि बारिश के आने में देरी हुई तो कई शहरों में पानी की कटौती की नौबत आ सकती है। गर्मी का पारा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। अमरावती संभाग में सभी प्रमुख, मध्यम और लघु सिंचाई परियोजनाओं में 43 प्रतिशत जल संग्रहण है। अमरावती डिवीजन में कुल 10 प्रमुख परियोजनाओं में वर्तमान में 1097 मिलियन क्यूबिक मीटर या 46.42 प्रतिशत जल भंडारण है। पिछले साल इसी अवधि में यह 47.09 प्रतिशत थी। संभाग की 25 मध्यम परियोजनाओं में वर्तमान में 314 डालघमी यानी 46.48 प्रतिशत जल संग्रहण है। पिछले साल यह 39.72 फीसदी थी। कुल मिलाकर 227 मिनी परियोजनाओं में 210 डालघमी यानी 29.11 प्रतिशत जल रिजर्व बचा है।

केवल 43 फीसदी पानी बचा 

मई का महीना आते ही नागरिकों को पानी की किल्लत की चिंता सताने लगती है। पिछले साल बारिश अच्छी हुई थी और संभाग के शहरों को पानी की आपूर्ति करने वाले बांध लबालब भर गए थे। अक्टूबर के अंत में, बांधों में 97 प्रतिशत पानी का भंडारण था। ऐसा लगा कि एक साल से पानी की चिंता दूर हो गई। हालांकि अब मई के मध्य में बांधों में पानी का स्टोरेज घटकर 43 फीसदी रह गया है। पर्याप्त बारिश शुरू होने तक दो से ढाई माह तक संभाग के शहर इसी जल भंडार पर निर्भर रहेंगे।

जून और जुलाई में होने वाली बारिश पर आपूर्ति होगी निश्चित 

पिछले साल इस समय 40 फीसदी पानी रिजर्व रह गया था। अमरावती मंडल में दस प्रमुख परियोजनाएं हैं जिनमें ऊपरी वर्धा, कटेपूर्णा, वन, खड़कपूर्णा, नलगंगा, पेंटाकली, अरुणावती, बेंबला, इसापुर, पूस शामिल हैं। कई मध्यम परियोजनाओं से बड़े शहरों की प्यास भी बुझती है। सिंचाई परियोजनाएं अक्टूबर के अंत तक अपनी पूरी क्षमता से भर जाती हैं, जबकि पानी की आपूर्ति साल भर सुचारू रहती है। यदि परियोजनाओं को पूरी क्षमता से नहीं भरा गया है, तो पानी में कटौती करने का समय आ गया है। हालांकि इस साल पानी की कमी की कोई संभावना नहीं है, लेकिन क्षेत्र के शहरों में पानी की आपूर्ति का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि जून और जुलाई में कितनी बारिश होती है।