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Chandrapur

Chandrapur: जाते-जाते किसानों को रूला रहा मानसून, दीक्षाभूमि में कुछ देर के लिए मची अफरातफरी


चंद्रपुर: मानसून रिटर्न की बारिश ने शनिवार को शहर समेत आसपास के कई स्थानों पर अपना असर दिखाया. जिसके चलते जनजीवन इसका असर देखने को मिला. जाते-जाते बारिश किसानों को रूला रही है. बारिश के कारण कारण कपास, सोयाबीन, मिर्च की फसल खतरे में पड़ गई है. शहर में दोपहर के समय हुई अचानक बारिश से 66वें धम्मचक्र अनुवर्तन समारोह की रैली और दीक्षाभूमि पर आयोजित कार्यक्रमों में असर हुआ. 

वहीं ग्रामीण इलाकों में फसलों पर इसका असर देखने को मिला. कपास, सोयाबीन और मिर्च की फसल प्रभावित हुई है. शनिवार को बारिश का कोई नामोनिशान नहीं था. हल्की बदली छाई हुई थी. शहर में शनिवार की सुबह से 66वें धम्मचक्र अनुवर्तन दिन की धूम मची हुई थी. दीक्षाभूमि परिसर में सुबह से दूकानें सज गई थीं और भीड़ भी जुटने लगी थी. सुबह तक को किसी भी तरह का बारिश का नामोनिशान नहीं था, लेकिन दोपहर 1 बजे के बाद अचानक बादलों की गर्जना और बिजली कड़कड़ाने के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई. 

इसके चलते शहर में निकली बाइक रैली और दीक्षाभूमि पर एकत्रित भीड़ में कुछ समय के लिए अफरातफरी मची. सभी को लगा कि यह बारिश अब आयोजित कार्यक्रम के उत्साह पर विघ्न डालेगी. दूकानदारों ने तिरपाल ढंककर अपने सामग्री की रक्षा शुरू कर दी. इस बीच, लगभग आधे घंटे के दौरान नियमित अंतराल में बरसने के बाद बारिश थम गई और देर शाम तक सुहावना मौसम होने से सभी ने राहत की सांस ली.

बारिश से कपास, सोयाबीन, मिर्च की फसल पर असर

ऐन दीपावली के समय ही कपास और सोयाबीन की फसल तैयार होने से किसान इन फसलों को बेचकर दीपावली का पर्व मनाते हैं. दीपावली निकट आती देख और फसल पूरी तरह से तैयार हो जाने के कारण इन दिनों खेतों में कपास, सोयाबीन, मिर्च की कटाई की जा रही है. किंतु बारिश के कारण फसलों पर काफी असर हो रहा है. कपास और सोयाबीन फसल नकदी फसल है.

कड़ी मेहनत कर तैयार की गई फसल पर बारिश का असर होने से किसान गहरी चिंता में डूब गए हैं. यहां जिले में वरोरा, चंद्रपुर, बल्लारपुर, राजुरा, कोरपना, जिवती, पोंभूर्णा, गोंडपिपरी में कपास की फसल ली जाती है. इन दिनों किसानों की चिंता बारिश को लेकर बढ़ गई है. इस बीच, मौसम विभाग के अनुसार आगामी 20 से 22 अक्टूबर के बीच अच्छी बारिश हो सकती है. उसके बाद मौसम साफ होने का अनुमान है.