Chandrapur: धानोरकर के मंडप में संभावित उम्मीदवारों की भीड़, वडेट्टीवार का मंडप खाली
चंद्रपुर: मंगलवार को चंद्रपुर शहर में हजारों गणेश भक्तों ने राजनीति का एक अलग ही रंग देखा। गणेश मंडल के स्वागत के लिए जहां सांसद प्रतिभा धानोरकर मौजूद थीं। वहां विधानसभा के इच्छुक उम्मीदवार और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ थी. दूसरी ओर, राज्य के विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार के विजय किरण फाउंडेशन मंडप में खालीपन देखने को मिला. इस मौके पर राजनीति में दिन बदलते हैं तो कार्यकर्ता भी बदल जाते हैं, इसका नजारा दिखा.
लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी विवाद को लेकर सांसद प्रतिभा धानोरकर और विजय वडेट्टीवार के बीच जोरदार रस्साकशी हुई थी। वडेट्टीवार अपनी बेटी शिवानी को मैदान में उतारने के लिए अड़े थे. पार्टी ने वडेट्टीवार को एबी फार्म सौंप दिया. वडेट्टीवार मैदान में उतरने की बजाय पीछे हट गए. फिर धानोरकर को नामांकन मिला और आगे का इतिहास रचा गया.
वह भारी अंतर से जीतीं. अपनी जीत के बाद पिछले तीन महीनों तक वडेट्टीवार चंद्रपुर शहर के आसपास नहीं दिखे. इस दौरान उन्हें विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाता था. लेकिन वे दूर रहे.
इसके चलते उनके पीछे घूमने वाले कार्यकर्ता जैसे अनाथ हो गए हैं. वडेट्टीवारा का इंतजार करते-करते थक चुके कार्यकर्ताओं ने अब खुद को सांसद प्रतिभा धानोरकर के साथ जोड़ना शुरू कर दिया है. विजय किरण फाउंडेशन के किसी भी समारोह में वडेट्टीवार के समर्थक, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की भीड़ होती थी. लेकिन कल का दिन अपवाद साबित हुआ.
सार्वजनिक गणेश विसर्जन आयोजित किया गया. विसर्जन जुलूस में भाग लेने वाले समूह के स्वागत के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने विसर्जन मार्ग पर मंडप बनाए थे.
विजय किरण फाउंडेशन का मंडप और कांग्रेस मंडप महज 50 मीटर की दूरी पर थे. सांसद धानोरकर शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक इसी मंडप में गणेश मंडलों का स्वागत कर रही थीं. उन्होंने सभी विधानसभा प्रत्याशियों से उनके मंडप में मुलाकात की, उनके साथ रहीं. इस मंडप में भारी भीड़ हो गई थी. बैठने तक को जगह नहीं थी.
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस पदाधिकारी, वडेट्टीवार समर्थक और इच्छुक उम्मीदवार पैदल दूरी के अंतर पर स्थित विजय किरण फाउंडेशन मंडप में जाने से बचते रहे.
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