अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में चंद्रपुर की लकड़ी का उपयोग, सुधीर मुनगंटीवार ने दी जानकारी

चंद्रपुर: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जोर-शोर शुरू है। गृहमंत्री अमित शाह ने मंदिर के पूरे होने की तारीख की घोषणा कर चुके हैं, जिसके तहत एक जनवरी 2024 से आम नागरिक रामलला के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर को आम जनता के लिए खोलने को लेकर बड़ी तेजी से काम किया जारहा है। इसी बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है, जिसके तहत अब मंदिर में लगने वाली लकड़ी चंद्रपुर जे जाने वाली है। इस बात की जानकारी पालकमंत्री और पर्यावरण मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने दी।
मुनगंटीवार ने कहा, "अब अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भी चंद्रपुर जिले की सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा। जल्द ही इस सागौन का चयन करने के लिए अयोध्या से एक टीम चंद्रपुर आएगी। यह सागौन बेहद मामूली कीमत पर उपलब्ध कराया जाएगा क्योंकि यह राम मंदिर का काम है।"
पर्यावरण मंत्री ने कहा, "राम मंदिर के भव्य प्रवेश द्वार और मंदिर में कई अन्य जगहों के लिए चंद्रपुर की सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा। मंदिर के लिए प्रदान की जाने वाली सागौन बहुत उच्च गुणवत्ता की है। इस सागौन का उपयोग मंदिर में विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा।"
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में हो रहा इस्तेमाल
चंद्रपुर जिला घने जंगलों और उनमें रहने वाले जंगली जानवरों के लिए दुनिया भर में खूब प्रसिद्ध है। जहां राष्ट्र के साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटक बड़ी संख्या में वहां आते हैं। इतना सब होने के बाद चंद्रपुर जिले की मूल सागौन की लकड़ी भी देश में कई आकर्षक और खूबसूरत इमारतों में इस्तेमाल की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक सेंट्रल विस्टा बिल्डिंग में चंद्रपुर की उच्च गुणवत्ता वाली सागौन का इस्तेमाल होता है।

admin
News Admin