नवी मुंबई की तर्ज पर बनेगा “नया नागपुर”, तीसरा रिंग रोड और ट्रक टर्मिनल से बदलेगा शहर का नक्शा

नागपुर: महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर के बढ़ते शहरी दबाव और अव्यवस्थित विस्तार को संतुलित करने के लिए “नया नागपुर” विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दे दी है। यह कॉन्सेप्ट नवी मुंबई के मॉडल पर आधारित है, जहाँ मुंबई के बोझ को कम करने के लिए एक सैटेलाइट सिटी बनाई गई थी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में हुई इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कमिटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
क्या है नया नागपुर का कॉन्सेप्ट?
इस योजना के तहत नागपुर महानगर क्षेत्र में एक आधुनिक सैटेलाइट टाउनशिप विकसित की जाएगी। इसमें तीसरा (पेरिफेरल) रिंग रोड, ट्रक टर्मिनल, लॉजिस्टिक हब, इंडस्ट्रियल पार्क और आईटी हब जैसी सुविधाएँ शामिल होंगी। उद्देश्य है कि नागपुर को भविष्य की जरूरतों के हिसाब से एक स्मार्ट, प्लान्ड और ग्रीन सिटी के रूप में विकसित किया जाए।
कौन-कौन से क्षेत्र होंगे शामिल?
नए नागपुर प्रोजेक्ट में नागपुर ग्रामीण, कामठी, हिंगणा, पारसेनी, मौदा, सावनेर, उमरेड और कालमेश्वर जैसी तहसीलें शामिल की गई हैं। हाल ही में बने मसौदा विकास योजना (Draft DP) के तहत हुडकेश्वर और नरशाला जैसे नए क्षेत्रों को भी जोड़ा गया है। हालांकि भरतवाडा, पुणापुर, पारडी और भंडेवाडी जैसे कुछ इलाके इस योजना से बाहर रखे गए हैं।
148 किमी लंबा तीसरा रिंग रोड
इस योजना का सबसे अहम हिस्सा होगा 148 किलोमीटर लंबा तीसरा रिंग रोड, जिसके लिए 36 गाँवों की करीब 880 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। यह रिंग रोड बुटीबोरी MIDC, हिंगणा औद्योगिक क्षेत्र, MIHAN, कलमेश्वर, गोंडखैरी, कामठी, पारसेनी, मौदा, उमरेड, हुडकेश्वर और नरशाला बेल्ट से होकर गुज़रेगा। साथ ही यह NH-44, NH-53 और NH-47 जैसे राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ेगा, जिससे नागपुर एक बड़े औद्योगिक और लॉजिस्टिक हब के रूप में उभरेगा।
आधुनिक ट्रक टर्मिनल
शहर के बाहरी हिस्से में एक अत्याधुनिक ट्रक टर्मिनल बनाया जाएगा। इसमें बड़े पैमाने पर पार्किंग एरिया, लोडिंग-अनलोडिंग ज़ोन, वेयरहाउस, कोल्ड-स्टोरेज, मरम्मत-सर्विस स्टेशन और ड्राइवरों के लिए रेस्ट एरिया जैसी सुविधाएँ होंगी। इससे शहर के भीतर ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्या कम होगी।
भविष्य की दिशा
विशेषज्ञों का मानना है कि “नया नागपुर” सिर्फ विस्तार नहीं, बल्कि एक सुनियोजित और स्मार्ट शहरी विकास का मॉडल है। इस योजना से न सिर्फ पुराने नागपुर पर बढ़ते बोझ को कम किया जा सकेगा, बल्कि रोजगार, उद्योग और आर्थिक गतिविधियों का नया केंद्र भी विकसित होगा।

admin
News Admin