logo_banner
Breaking
  • ⁕ 70 साल में किसानों को सरकार ने लुटा, किसी ने नहीं किया काम, जारंगे पाटिल ने कहा- मदद करने का यह सही समय ⁕
  • ⁕ लावणी पर थिरकी एनसीपी अजित पवार गुट! पार्टी कार्यालय के भीतर नाच-गाने पर बवाल, आलाकमान ने अध्यक्ष अहिरकर से माँगा स्पष्टीकरण ⁕
  • ⁕ किसानों की कर्ज माफी पर महाराष्ट्र सरकार का सकारात्मक रुख, मंत्री बावनकुले ने कहा - 'असली' किसानों को मिले लाभ ⁕
  • ⁕ कर्ज माफी पर नया ट्विस्ट: बच्चू कडू बोले- 'सरकारी नौकरी' और 'अमीर किसानों' को नहीं चाहिए लोन माफी ⁕
  • ⁕ Buldhana: जिले में बेमौसम बारिश ने दी दस्तक, कटाई के सीजन में फसलों को भारी नुकसान का खतरा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: केसला घाट इलाके में बाघ ने बाइक सवार पर किया हमला, लोगों में डर का माहौल ⁕
  • ⁕ Amravati: कमुंजा फाटा के पास तेज़ रफ़्तार बस ने बाइक को मारी टक्कर, हादसे में एक की मौत, एक गंभीर ⁕
  • ⁕ विदर्भ सहित राज्य के 247 नगर परिषदों और 147 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित, देखें किस सीट पर किस वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ अमरावती में युवा कांग्रेस का ‘आई लव आंबेडकर’ अभियान, भूषण गवई पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ⁕
  • ⁕ Gondia: कुंभारटोली निवासियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर नगर परिषद पर बोला हमला, ‘एक नारी सबसे भारी’ के नारों से गूंज उठा आमगांव शहर ⁕
Maharashtra

राज्य में लागू होगी 'नो पीयूसी नो फ्यूल' योजना, परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने किया ऐलान


मुंबई: भावी पीढ़ी को प्रदूषण मुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए, वर्तमान पीढ़ी को स्वयं पर कुछ पर्यावरण-अनुकूल प्रतिबंध लगाने होंगे। इसके लिए, प्रत्येक वाहन को दिया जाने वाला प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) वैध होना चाहिए। अवैध प्रमाणपत्रों के निर्माण की श्रृंखला को पूरी तरह से रोका जाना चाहिए, इसके लिए भविष्य में प्रत्येक पेट्रोल पंप पर 'नो पीयूसी नो फ्यूल' पहल लागू की जानी चाहिए, परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने निर्देश दिए।

परिवहन मंत्री परिवहन आयुक्त कार्यालय में आयोजित एक बैठक में बोल रहे थे। इस बैठक में परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार, संयुक्त सचिव (परिवहन) राजेंद्र होलकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि राज्य के प्रत्येक पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाने आने वाले प्रत्येक वाहन के वाहन क्रमांक की सीसीटीवी कैमरे के आधार पर जाँच (स्कैनिंग) की जाएगी। ताकि संबंधित वाहन के प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र की वैधता का पता चल सके। यदि उस वाहन का प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र वैध नहीं है, तो उस वाहन को ईंधन नहीं दिया जाएगा। हालाँकि, उसी पेट्रोल पंप पर प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र को तुरंत हटाने की व्यवस्था भी की जाएगी। ताकि वाहन चालकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

प्रताप सरनाईक ने बताया कि इस प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र की एक विशिष्ट पहचान (यूआईडी) होगी। इससे समय-समय पर प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र की वैधता की जाँच की जा सकेगी। भविष्य में, वाहन बेचने वाले शोरूम और वाहन मरम्मत करने वाले गैरेजों में भी प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र जारी करने की व्यवस्था की जाएगी। जिससे सड़क पर चलने वाले प्रत्येक वाहन के पास वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र होगा। इससे प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी।

इसके साथ ही, परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने यह भी निर्देश दिए कि परिवहन विभाग वर्तमान में अवैध रूप से प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र जारी करने वाले गिरोहों का पर्दाफाश करने के लिए बड़ी कार्रवाई शुरू करे।