logo_banner
Breaking
  • ⁕ एंटी नक्सल अभियान और खुखार नक्सली हिड़मा के एनकाउंटर से बैकफुट पर माओवादी, महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी ⁕
  • ⁕ Yavatmal: नागपुर से दोपहिया वाहन चोर गिरफ्तार, एक लाख रुपये से अधिक कीमत की तीन चोरी की गाड़ियां जब्त ⁕
  • ⁕ Akola: नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार ने पकड़ा जोर; बड़े नेताओं की रैलियों की तैयारी ⁕
  • ⁕ Gadchiroli: फुलनार में महज 24 घंटे में बनकर तैयार हुई पुलिस चौकी, सी-60 जवानों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बंटाया हाथ ⁕
  • ⁕ दिग्गज अभिनेता, बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र का निधन, सोमवार सुबह ली अंतिम सांस ⁕
  • ⁕ Buldhana: वंचित के महापौर पद के उम्मीदवार का अपहरण, अजित पवार गुट पर लगाया गया आरोप, जिले में मची हलचल ⁕
  • ⁕ Nagpur: डेकोरेशन गोदाम में लगी भीषण आग, मानकापुर के बगदादी नगर की घटना; लाखों का सामान जलकर खाक ⁕
  • ⁕ Nagpur: खापरखेडा के बीना संगम घाट पर चाकूबाजी; एक की मौत, एक घायल ⁕
  • ⁕ NMC Election 2025: निष्क्रिय नेताओं और नगरसेवको को नहीं मिलेगा टिकट, भाजपा नए चेहरों को देगी मौका ⁕
  • ⁕ विविध मांगो को लेकर आपली बस कर्मचारियों की हड़ताल, स्कूली बच्चों और नागरिकों की बढ़ी मुश्किलें ⁕
Nagpur

आपल बस हड़ताल: प्रशासन ने दिया लिखित आश्वासन, 2 दिन में अंतिम समाधान का वादा; कर्मचारियों ने आंदोलन रोका


नागपुर: नागपुर में सिटी बस कर्मचारियों की हड़ताल ने प्रशासन को झुकने पर मजबूर कर दिया है। मांगों को लेकर दो दिनों से जारी आंदोलन के बीच आखिरकार नगर प्रशासन ने लिखित आश्वासन दिया है कि विवाद का अंतिम समाधान जल्द तय किया जाएगा।

नागपुर में सिटी बस कर्मचारियों द्वारा शुरू की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल ने पूरे शहर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को लगभग पंगु बना दिया। बस डिपो से लेकर सड़कों तक सन्नाटा पसरा रहा और हजारों यात्री सुबह से ही वैकल्पिक व्यवस्था तलाशते दिखे। हड़ताल के समर्थन में बड़ी संख्या में कर्मचारी सड़कों पर उतर आए, जिससे दबाव बढ़ता गया और अंततः नगर प्रशासन को दो दिनों के भीतर अंतिम समाधान की दिशा में कदम उठाने का वादा करना पड़ा।

आंदोलनकारियों ने साफ कहा है कि यदि दिये गए समय में ठोस समाधान सामने नहीं आता, तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा तथा शहर की परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ठहर जाएगी। उधर, मनपा परिसर में किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। बस डिपो में खड़ी 300 से अधिक बसें बंद रहने के कारण शहरभर के यात्रियों, कर्मचारियों, छात्रों और कामकाजी वर्ग को पूरे दिन भारी असुविधा उठानी पड़ी।

फिलहाल प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद आंदोलन अस्थायी रूप से शांत हुआ है, लेकिन सिटी बस संचालन से जुड़े मुद्दों के स्थायी समाधान की मांग पहले से अधिक तेज होकर सामने आ रही है। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि अगले दो दिनों में प्रशासन क्या निर्णायक कदम उठाता है, क्योंकि इसी पर आंदोलन की अगली दिशा और शहर की परिवहन व्यवस्था की स्थिति तय होगी।