logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ ने अपना आंदोलन किया खत्म, सरकार ने ओबीसी महासंघ की मानी 14 में से 12 मांगे


नागपुर: मराठा आंदोलन के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ ने भी अपना आंदोलन ख़त्म कर दिया। ओबीसी मंत्री अतुल सावे की उपस्थिति में ओबीसी महासंघ  आंदोलन वापस ले लिया। 

नागपुर के संविधान चौक पर बीते 6 दिनों से राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर आंदोलन शुरू था। राज्य सरकार ने ओबीसी महासंघ की 14 में से 12 मांगे मान ली है। महासंघ की बची दो मांगो पर मंगलवार को मुख्यमंत्री से चर्चा कर निर्णय लिए जाने की बात कही गई है। 

राज्य के ओबीसी कल्याण मंत्री अतुल सावे ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण ‘अछूता रहेगा’। उन्होंने कहा, “सरकार ओबीसी समुदाय के मौजूदा आरक्षण की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।” सावे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप-मुख्यमंत्रियों की ओर से आंदोलन स्थल का दौरा किया।

राष्ट्रीय ओबीसी संघ मराठा समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल किए जाने का विरोध कर रहा था। उन्होंने 14 मांगें रखी थीं, जिनमें मराठों को ओबीसी श्रेणी में शामिल न करना और सभी मराठा समुदाय के सदस्यों को कुनबी प्रमाण पत्र जारी न करना शामिल था। 

देखें वीडियो: