Amravati: अमरावती, अकोला और नागपुर के बाज़ारों में मेलघाट का स्वादिष्ट सीताफल

अमरावती: चिखलदरा, मेलघाट की पहाड़ियों में प्राकृतिक रूप से उगने वाला स्वादिष्ट और प्रसिद्ध सीताफल अब नागपुर के बाज़ार में बड़ी मात्रा में पहुँच रहा है। हालाँकि, इसके पीछे स्थानीय आदिवासियों के शोषण की कड़वी सच्चाई छिपी है।
स्थानीय किसान और परिवार दिन में जंगल जाकर सीताफल तोड़ते हैं। लेकिन व्यापारी इसे केवल 300 से 350 रुपये प्रति कैरेट की दर से खरीदते हैं, और नागपुर में यही सीताफल 600 रुपये प्रति कैरेट बिकता है।
इस व्यापार से मेलघाट के आदिवासियों को केवल उनकी मेहनत का भुगतान मिलता है, लेकिन शहर के व्यापारी मुनाफा खा जाते हैं। हालाँकि, सीताफल की कटाई स्थानीय लोगों को कुछ हद तक अस्थायी रोजगार प्रदान करती है।
इस काम में महिलाएँ भी बड़ी संख्या में भाग लेती हैं। लेकिन आदिवासी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार को सीताफल की बिक्री के लिए सहकारी समितियाँ स्थापित करनी चाहिए, तभी स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होगा।

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