अमरावती लव जिहाद मामला: पीड़िता के परिजनों से मिले सांसद अनिल बोंडे, परिजनों ने बताई आप बीती

अमरावती: अमरावती लव जिहाद मामला राज्य सहित देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। पीड़ित युवती लगातार न्याय की मांग कर रही है। इसी को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने पीड़िता और उसके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान परिजनों ने सांसद से युवती पर हुए अत्याचार सही सभी बात को विस्तार से बताया और लव जिहाद का आरोप लगाया।
परिजनों ने बताया कि, लड़की कॉलेज जाया करती थी। जहां आरोपी लड़का युवती से मिलने कार से आता था। हमें इस बारे में तब पता चला जब लड़की घर से चली है। वह लड़का दूसरी जाति का है। वह भी शादीशुदा था। परिजनों ने आगे बताया कि, इसी दौरान पीड़िता की मां की तबीयत बिगड़ गई। तब लड़की मिलने आई थी। उस समय हमने देखा की लड़की के पैर में उसके गले में धागे बांधे हुए थे। लड़की का ब्रेनवॉश किया गया था लड़की के पास से कुछ गोलियां मिली हैं। हमारे पास आने के बाद लड़की तीन दिन तक नहीं सोई। उसकी आंखें बड़ी-बड़ी हुई गई थी। पीड़िता का ब्रेनवॉश किया गया ऐसा भी आरोप परिजनों ने लगाया।
पहले भी मिल चुके हैं बोंडे
यह पहला मौका नहीं है जब बोंडे ने पीड़िता के परीजनोंसे मुलाकात की है। इसके पहले भी वह सभी से मुलाकात कर चुके हैं। आज उन्होंने पाने इस मुलाकात के बाद उस क्षेत्र के बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद् के नेताओं के साथ भी बैठक की।
सांसद बोंडे ने किया खुलासा
धरनी तहसील में हुई इस घटना का खुलासा सांसद बोंडे ने किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि, एक संप्रदाय विशेष के व्यक्ति ने लड़की को पहले घर से भगाया और फिर अमरावती ले जाकर जबरन शादी कर ली। बोंडे ने शादी करने वाली संस्था पर आरोप लगते हुए कहा था कि, तरधार्मिक विवाह के मुद्दे को उजागर किया. बोंडे ने कहा, चंद्रविला किसी धर्मार्थ संगठन के लिए विवाह की व्यवस्था करने के लिए अधिकृत नहीं है। उसने यह शादी जाली दस्तावेजों के आधार पर तय की थी। पुलिस जांच में पता चला कि वह मुस्लिम काजी नहीं था बल्कि एक मजदूर के हस्ताक्षर काजी के रूप में लिए गए थे। इसी को लेकर अमरावती के फ्रेजरपुरा थाने में चंद्रविला संस्था के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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