Gadchiroli: छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों का तांडव, तेंदूपत्ता की फसल जलाई
गडचिरोली: पुलिस और सुरक्षा बल लगातार नक्सलियों पर शिकंजा कस्ते जा रहे हैं। इस कारण उनका दायरा भी समिटता जा रहा है। इस कारण नक्सली बौखला गए हैं और नागरिकों में भय बनाने के लिए लगातार नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। इसी क्रम में नक्सलियों ने धनोरा तहसील के गडचिरोली-छत्तीसगढ़ सीमा स्थित गांव में बुधवार की रात तेंदूपत्ता की फसल पर आग लगा दी है। इस दौरान धमकी देते हुए भाव बढाकर देने की मांग की।
गढ़चिरौली जिले में इस समय तेंदू सीजन चल रहा है। इससे आदिवासियों का वर्ष भर आर्थिक चक्र चलता है। नक्सलियों को इससे बड़ी फिरौती भी मिलती है। हालांकि पिछले साल दाम कम होने के कारण इस साल कई जगहों पर तेंदूपत्ता की मजदूरी गिर गई है, वहीं कुछ जगहों पर ठेकेदारों ने ग्राम सभाओं से तेंदूपत्ता जमा करने को कहा है। इससे नक्सलियों के लिए रसद जुटाना मुश्किल हो गया है। इससे आक्रोशित नक्सलियों ने पिछले दस दिनों से छत्तीसगढ़ में तेन्दु के पत्ते जलाना शुरू कर दिया है।
मुरुमगांव पुलिस राहत केंद्र के तहत छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित रिधवाही गांव में बुधवार रात करीब 20 तख्तों में आग लगा दी गई। यहां से एक चादर भी मिली है। इस पर्चे में उत्तरी गढ़चिरौली प्रमंडल समिति भाकपा (माओवादी) के नाम से प्रति बोरी तेंदूपत्ता 1100 रुपये देने की धमकी दी है। इस संबंध में जब पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल से पूछा गया तो उन्होंने घटना की पुष्टि की। लेकिन जांच इस बात की है कि यह हरकत नक्सलियों की है या किसी और की।
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