logo_banner
Breaking
  • ⁕ गोंदिया के डांगुर्ली में 20 दिन के नवजात का अपहरण, अज्ञात चोर घर में घुसकर ले गए नवजात शिशु! ⁕
  • ⁕ मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिण योजना की ई-केवाईसी पूरी करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ी ⁕
  • ⁕ Bhandara: राकांपा विधायक राजू कारेमोरे की पत्नी और पूर्व सांसद मधुकर कुकड़े तुमसर में बागी उम्मीदवार की रैली में हुए शामिल ⁕
  • ⁕ Ramtek: बगावत के कारण भाजपा और शिंदेसेना के अधिकृत उम्मीदवारों की सीट फंसी ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला नगर पालिका के वार्डों में नए आरक्षण परिवर्तन की घोषणा, मनपा आयुक्त ने दी परिवर्तन की जानकारी ⁕
  • ⁕ मनपा की ई-मोबिलिटी सेवा को मिली बड़ी मजबूती, नागपुर की ‘आपली बस’ फ्लीट में शामिल हुईं नई 29 पीएम ई-बसें ⁕
  • ⁕ विदर्भ में निकाय चुनाव में जबरदस्त उत्साह, हर जिले में रिकॉर्ड संख्या में मैदान में उम्मीदवार ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपुर में बगावत के बाद फिर भाजपा में ब्रिजभूषण पाझारे, निलंबन रद्द कर पुनः पार्टी में किया गया शामिल ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Gadchiroli

पूर्व नक्सली भूपति ने नक्सलियों से हथियार छोड़ने की अपील, वीडियो संदेश जारी कर पूर्व साथियों को मुख्यधरा में शामिल होने किया आवाहन


गडचिरोली: आंध्र–छत्तीसगढ़ सीमा के मारेदुमिली जंगल में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने कुख्यात माओवादी कमांडर माडवी हिडमा और छह अन्य नक्सलियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। हिडमा की मौत के बाद पूर्व नक्सली और पोलित ब्यूरो सदस्य मल्लोजुला वेणुगोपाल भूपति उर्फ़ सोनू दादा ने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की, साथ ही संविधान के दायरे में मुद्दों को सुलझाने का संदेश दिया।

18 नवंबर को छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर एक एनकाउंटर में नक्सल संगठन के सबसे कुख्यात कमांडर और सेंट्रल कमेटी मेंबर माड़वी हिडमा, उसकी पत्नी राजे और छह दूसरे मेंबर मारे गए। हिडमा, जो पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी बटालियन नंबर 1 का हेड था, डंडाकारों के लिए बहुत बड़ा डर था।

इस घटना के बाद, नक्सल आंदोलन के एक समय के टॉप लीडर मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ ​​भूपति उर्फ ​​अभय, जो नक्सलवाद छोड़कर मुख्यधारा में आ गए हैं, ने 19 नवंबर को एक बहुत ही इमोशनल वीडियो मैसेज जारी किया है। उन्होंने सीधे अपने पुराने साथियों से अपील करते हुए कहा है, 'बंदूकों के रास्ते हमने बहुत कुछ खोया है, इससे कुछ हासिल नहीं हुआ है। इसलिए अब अपने हथियार नीचे रखो और मुख्यधारा में आओ।'

हिडमा की मौत से नक्सली लीडरशिप में एक बहुत बड़ा खालीपन आ गया है। इस मुश्किल हालात में, CPI (माओवादी) के पूर्व प्रवक्ता और टॉप लीडर भूपति ने अपने पुराने साथियों से बातचीत की है और दिल से अपील की है कि 'हिंसा छोड़ो, संविधान का रास्ता अपनाओ'। उनका कहना है कि नक्सली आंदोलन में मौजूदा हालात बहुत चिंताजनक हैं।

उन्होंने कहा कि 'बंदूक से कुछ हासिल नहीं हुआ है, सिर्फ़ बेगुनाहों की जानें जा रही हैं,' उन्होंने एक बार फिर नक्सलियों से खुद को समझने की अपील की है। भूपति ने साफ़ शब्दों में अपनी बात कही, "दुनिया तरक्की कर रही है, देश बदल रहा है। असली ताकत संविधान में है, बंदूक में नहीं।" अब लोगों की समस्याओं से संवैधानिक दायरे में ही लड़ना होगा।

वीडियो के आखिर में भूपति ने एक बार फिर अपना मोबाइल नंबर जारी किया है, ताकि जो नक्सली सरेंडर करना चाहते हैं, वे सीधे उनसे संपर्क कर सकें। भूपति ने 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने गढ़चिरौली में अपने 60 साथियों के साथ सरेंडर किया था। इसे महाराष्ट्र में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ा सरेंडर माना जा रहा है।