logo_banner
Breaking
  • ⁕ चंद्रपुर में किडनी बिक्री प्रकरण को लेकर बच्चू कडू का 3 जनवरी को मोर्चा और नागभीड़ बंद की घोषणा ⁕
  • ⁕ Amravati: तलेगांव ठाकुर जंक्शन से कई सूचना फलक अचानक हटे, जमीन पर मिले प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र सहित विभिन्न संस्थानों के सूचना फलक ⁕
  • ⁕ Wardha: जिले की देवली नगर परिषद में मतदान जारी, मतदाता सुबह से विभिन्न मतदान केंद्रों पर डाल रहे वोट ⁕
  • ⁕ Gondia: गोंदिया और तिरोड़ा नगर परिषद् के वार्डो में मतदान जारी, 18 हजार मतदाता करेंगे 18 उम्मीदवारों का फैसला ⁕
  • ⁕ विदर्भ की सात सहित 23 नगर परिषद में आज मतदान, मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था, रविवार को होगी परिणामों की घोषणा ⁕
  • ⁕ खापरी ROB–MIHAN इंटरचेंज फ्लाईओवर का काम हुआ शुरू, 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य ⁕
  • ⁕ बुटीबोरी एमआईडीसी हादसा: मुख्यमंत्री फडणवीस ने जताया शोक, मृतकों को सरकार पांच, तो कंपनी को देगी 30 लाख का मुआवजा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपूर मनपा में नया विवाद; आयुक्त के ‘अलिखित फरमान’ से अधिकारी-कर्मचारी परेशान ⁕
  • ⁕ सूदखोरी का कहर! चंद्रपुर में साहूकारों की दरिंदगी, एक लाख का कर्ज़ 47 लाख बना; कर्ज चुकाने किसान ने बेच दी किडनी ⁕
  • ⁕ Nagpur: चोरी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन चोरी की वारदातों का खुलासा, क्राइम ब्रांच यूनिट 3 की कार्रवाई ⁕
Gadchiroli

Gadchiroli: पेसा क्षेत्र के मानधन कर्मचारी का काम बंद आंदोलन, स्थायीकरण की मांग


गड़चिरोली: जिले के पेसा क्षेत्र में मानधन तत्व पर कार्यरत 17 संवर्गों के 400 से अधिक कर्मचारियों ने बुधवार से कामबंद आंदोलन शुरू कर दिया है। इन कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर दो दिनों में उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी धरना आंदोलन करेंगे।

आदिवासी 17 संवर्ग कर्मचारी संगठन की गड़चिरोली शाखा ने गुरुवार को आयोजित पत्र परिषद में बताया कि इन कर्मचारियों की नियुक्ति पटवारी, ग्रामसेवक, आंगनवाड़ी पर्यवेक्षिका, कृषि सहायक, शिक्षक, स्वास्थ्य सहायक (महिला व पुरुष), बहुउद्देशीय स्वास्थ्य सेवक समेत कई पदों पर हुई है। उन्हें नियमित कर्मचारियों की तरह काम लेना पड़ रहा है, लेकिन मानधन के आधार पर वेतन दिया जाता है। संगठन ने आरोप लगाया कि पिछले छह माह से अधिकांश कर्मचारियों को मानधन भी नहीं मिला है, जिससे उनके परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं।

गड़चिरोली जिले में वर्तमान में पटवारी के 112, स्वास्थ्य सेवक (पुरुष) के 53, स्वास्थ्य सेवक (महिला) के 19, ग्रामसेवक के 38, आंगनवाड़ी पर्यवेक्षिका के 4, पशुधन पर्यवेक्षक के 5 और वनरक्षकों के 140 कर्मचारी कार्यरत हैं। कर्मचारियों ने मांग की है कि 5 सितंबर 2025 और 18 अगस्त 2025 के सरकारी आदेश रद्द कर उन्हें स्थायी सरकारी सेवा में शामिल किया जाए। कर्मचारियों का कहना है कि जिन पदों पर वे कार्यरत हैं, वे पहले से ही सरकारी सेवा में स्वीकृत हैं और उन्हें सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। आंदोलनकारियों ने दो टूक कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।