छह करोड़ रुपये के धान घोटाला मामले में दो गिरफ्तार, निलंबित प्रादेशिक प्रबंधक और कनिष्ठ सहायक समावेश
गड़चिरोली: आदिवासी विकास महामंडल द्वारा किसानों से एकाधिकार धान खरीदी योजना के तहत खरीदी किए गए धान में करोड़ों रुपयों के भ्रष्टाचार मामले में गुरुवार, 6 जून को गड़चिरोली की स्थानीय अपराधा शाखा की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस कार्रवाई में एलसीबी ने आदिवासी विकास महामंडल के गड़चिरोली के तत्कालीन प्रादेशिक प्रबंधक गजानन रमेश कोटलावार समेत आष्टी समीपस्थ मार्कंडा कंसोबा के तत्कालीन केंद्रप्रमुख व वर्तमान कनिष्ठ सहायक व्यंकटी अंकलु बुर्ले को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों पर तकरीबन 6 करोड़ 2 लाख 93 हजार 845 रुपयाें के भ्रष्टाचार का आरोप है।
आदिवासी विकास महामंडल के गड़चिरोली स्थित प्रादेशिक कार्यालय के तहत घोट के उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले मार्कंडा-कंसोबा के धान खरीदी केंद्र में वर्ष 2022-23 में धान खरीदी की प्रक्रिया चलाई गई। इस प्रक्रिया के दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने की शिकायत मिलते ही आदिवासी विकास विभाग द्वारा जांच शुरु की गई। इस जांच में गड़चिरोली के प्रादेशिक प्रबंधक गजानन कोटलावार दोषी पाए जाते ही विभाग द्वारा उन्हें प्रभाव से निलंबित किया गया था।
वहीं विभाग द्वारा अंतर्गत जांच आरंभ की गई। जांच के दौरान पता चला कि, मार्कंडा -कंसोबा केंद्र के तहत वर्ष 2022-23 में 59 हजार 947.60 क्विंटल धान की खरीदी की गई। इसमें से प्रत्यक्ष रुप में 31 हजार 532.58 क्विंटल धान मिलिंग के लिए संबंधित राईस मिलों में रवाना किया गया। लेकिन संबंधित राईस मिलों को 28 हजार 415.02 क्विंटल धान प्राप्त नहीं होने की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हुई। जिसकी किंमत 5 करोड़ 79 लाख 66 हजार 640 रुपये थी।
वहीं केंद्र के गोदाम में भी कोई धान शेष नहीं था। इस बीच बारदाने की किमत 23 लाख 27 हजार 204 रुपये के हिसाब से 6 करोड़ 2 लाख 93 हजार 845 रुपयों का भ्रष्टाचार होने का जांच के दौरान स्पष्ट हुआ। मामले की जांच वरिष्ठ स्तर पर आदिवासी विकास महामंडल द्वारा किए जाने के बाद गुरुवार, 6 जून को इस मामले में गड़चिरोली की स्थानीय अपराध शाखा की टीम ने गड़चिरोली के निलंबित प्रादेशिक प्रबंधक गजानन कोटलावार और मार्कंडा के तत्कालीन केंद्रप्रमुख व वर्तमान कनिष्ठ सहायक व्यंकटी बुर्ले को गिरफ्तार कर लिया है।
गुरुवार शाम गिरफ्तार दोनों आरोपियों को चामोर्शी कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को आगामी 15 जून तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश कोर्ट ने दिए है। यह कार्रवाई जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल के मार्गदर्शन में स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक उल्हास भुसारी और उनकी टीम ने की।
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