अप्रैल में शुरू होगा लकड़गंज और डिप्टी सिग्नल फ्लाईओवर, महारेल एमडी राजेश जायसवाल ने दी जानकारी

नागपुर: उपराजधानी में बड़ी संख्या में फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। महारेल द्वारा सभी फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। फ्लाईओवर के निर्माण के पीछे मुख्य मकसद प्रमुख सडको पर बढ़ते यातायात दवाब को कम करना है। इसी बीच पूर्व नागपुर वासियों को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। डिप्टी सिग्नल और लकड़गंज में बने रहे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अपने आखिरी चरणों में चल रहा है। जिसके तहत आने वाले अप्रैल महीने में इसे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। इस बात की जानकारी महारेल के प्रबंध निदेशक राजेश कुमार जायसवाल ने रविवार को दी।
रविवार को नागपुर में महारेल का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के सात जिलों में महारेल द्वारा बनाये गए सात रेलवे ओवरब्रिज का उद्घाटन किया गया। इन सात ब्रिजों में पांच विदर्भ और दो खानदेश में रहे। जिसमें नागपुर, वर्धा, चंद्रपुर, वाशिम, अमरावती, धुले और जलगांव है।
इस दौरान बोलते हुए राजेश जायसवाल ने कहा, "महारेल ने पिछले साल 25 उड्डयन पुलों का अनावरण किया था। वहीं इस वर्ष भी 20 से ज्यादा उड़ान पुलों और सबवे का उद्घाटन हम करेंगे। जिसमें विदर्भ और नागपुर के उड़ानपुल भी शामिल है।" नागपुर में बंद रहे उड्डयन पुलों को लेकर बोलते हुए जायसवाल ने कहा कि, "अप्रैल महीने में 1360 मीटर लंबे लकड़गंज और डिप्टी सिंग्नल में बन रहे फ्लाईओवर जनता को समर्पित कर देंगे।"
महारेल एमडी ने कहा कि, "16 महीने के रिकॉर्ड समय में हम पुल का निर्माण पूरा कर रहे हैं, जो एक रिकॉर्ड है।" इसी के साथ उन्होंने नागपुर जिले में बन रहे सभी फ्लाईओवर को अक्टूबर 2025 तक पूरा करने की बात भी कही। कड़बी चौक से टिमकी तक बन रहे फ्लाईओवर को भी अक्टूबर महीने में पूरा होने की बात उन्होंने की।
अक्टूबर 2025 में अजनी फ्लाईओवर का पहला चरण होगा पूरा
अजनी में प्रस्तावित केबल ब्रिज को लेकर भी जायसवाल ने बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि, "छह लेन का बनने वाले इस ब्रिज का भूमिपूजन 15 अप्रैल 2023 को हुआ था।" जयसवाल ने कहा कि, "पहले चरण के तहत पहले तीन लेन का काम अक्टूबर 2025 तक पूरा हो जायेगा और यातायात के लिए उसे खोल दिया जाएगा। थीम लाइट के साथ ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।
उमरेड-नागपुर की दुरी होगी कम
जायसवाल ने इतवारी-उमरेड रेल लाइन को भी अप्रैल महीने में शुरू करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, "इतवारी ने नागभीड रेल लाइन का काम भी हम लोग कर रहे हैं। उसमें इतवारी से उमरेड का 65 किलोमीटर का काम अप्रैल या मई तक पूरा हो जाएगा। जिसके बाद यात्री सहित मालगाड़ियां शुरू की जा सकेगी। उमरेड में गतिशक्ति स्टेशन का उल्लेख करते हुए जायसवाल ने कहा कि, "इस रेल लाइन से जो कोयला उमरेड से कोराडी पहुंचने में 22 घंटे लेता है वह मात्र चार घंटे में पहुंचेगा।" इस रेल लाइन के बनने से न केवल जनता को राहत मिलेगी और उद्योगों को भी फायदा मिलेगा।

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