SC के निर्देश बाद नागपुर मनपा ने शुरू किया काम, बढ़ाएगी 'एबीसी कैंप' की संख्या, अतिरिक्त आयुक्त वसुमना पंत ने की समीक्षा बैठक
नागपुर: सड़कों पर घूमने वाले श्वानों को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी किये दिशा निर्देश पश्च्यात नागपुर महानगर पालिका ने काम शुरू कर दिया है। इसी के तहत मनपा ने शहर में श्वानों के लिए बने 'एबीसी कैंप' को बढ़ाने का निर्णय लिया है। मनपा अपर आयुक्त वसुमना पंत ने आवारा कुत्तो के नसबंदी और टिके योजना की समीक्षा की। जहां उन्होंने अधिकारियो को यह निर्देश दिया।
मनपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में शहर में आवारा पशुओं की देखभाल और नियंत्रण हेतु 'एबीसी (पशु जन्म नियंत्रण) शिविरों' की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता पर चर्चा की गई। नागपुर शहर में वर्तमान में भांडेवाड़ी, गोरेवाड़ा और महाराज बाग में 'एबीसी (पशु जन्म नियंत्रण) शिविर' कार्यरत हैं। पशुओं की नसबंदी में तेज़ी लाने के लिए बुनियादी ढाँचे को और बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अतिरिक्त आयुक्त, एबीसी और एंटी-रेबीज कार्यक्रमों को बेहतर बनाने में सहयोग और समर्थन के लिए नागपुर पशु चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य के साथ बैठक करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय समुदायों को रेबीज की रोकथाम और रेबीज जागरूकता के लिए टीकाकरण के बारे में शिक्षित करने का भी सुझाव दिया।
शहर में संचालित तीनों एबीसी शिविरों की प्रगति और प्रदर्शन की निगरानी के लिए, एमएसयू के पशु चिकित्सा अधिकारी को एबीसी शिविरों का मासिक रिकॉर्ड रखने की ज़िम्मेदारी दी गई। अपर आयुक्त वसुमना पंत ने शहर में पालतू कुत्तों का पंजीकरण बढ़ाने के लिए भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मनपा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आशा कार्यकर्ताओं को सर्वेक्षण की ज़िम्मेदारी सौंपी जाए ताकि कुत्तों द्वारा काटे गए रोगियों को चिकित्सा सहायता और रेबीज़ का टीका लगना सुनिश्चित हो सके। अपर आयुक्त पंत ने रेबीज़ की रोकथाम के बारे में व्यापक जागरूकता फैलाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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