'घेऊन जा गे मारबत' नारे से गूंजा इतवारी, हुआ काली-पीली मारबत का मिलन; डोनाल्ड ट्रंप का बडग्या रहा आकर्षण का केंद्र
नागपुर: उपराजधानी नागपुर (Nagpur City) में शनिवार को पारंपरिक मारबत महोत्सव (Marbat Festival) पूरे उत्साह और रंग-बिरंगे अंदाज़ में मनाया गया। शहर के विभिन्न हिस्सों से निकली काली, पीली और लाल मारबतों के साथ-साथ बडग्याओं ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया। परंपरा के अनुसार, ये सभी मारबतें इतवारी (Itwari) के नेहरू पुतला चौक (Nehru Putla Chowk) पर एकत्रित हुईं। इस भव्य दृश्य को देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग शहर की सड़कों पर उमड़ पड़े।
उपराजधानी नागपुर का मारबत उत्सव यहां की संस्कृति और धार्मिक परंपराओं का एक अहम हिस्सा है। हर वर्ष पोला के दूसरे दिन मनाया जाने वाला यह उत्सव 19वीं सदी में शुरू हुआ था। समय के साथ यह केवल एक परंपरा न रहकर, नागपुर जिले की सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक चेतना का प्रतीक बन गया है। इस वर्ष भी मारबत उत्सव उत्साह, श्रद्धा और रंगारंग अंदाज़ में मनाया गया।
नागपुर सहित पूरे विदर्भ और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से लोग इस उत्सव को देखने के लिए उमड़े। मध्य नागपुर के कई इलाकों से गाजे-बाजे और पारंपरिक ढोल-ताशों के साथ मारबतों का जुलूस निकला, जो इतवारी के नेहरू नगर चौक पर पहुंचकर एकत्रित हुआ। यहाँ काली और पीली मारबतों का मिलन हुआ।
एक भव्य और अद्भुत दृश्य, जिसकी झलक देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा। विशेष क्षण तब आया जब काली मारबत ने झुककर पीली मारबत का अभिवादन किया। चारों ओर ‘घेऊन जा गे मारबत’ की गूंज सुनाई देने लगी, जिससे पूरा परिसर भक्तिमय और जोशीले माहौल से भर गया। लाखों लोगों की उपस्थिति ने इस परंपरागत आयोजन को एक भव्य जनसमागम में बदल दिया।
डोनाल्ड ट्रंप का बडग्या रहा आकर्षण का केंद्र
मारबत उत्सव का एक अहम आकर्षण होता है बडग्या, जो हमेशा किसी न किसी समसामयिक मुद्दे या व्यक्ति पर आधारित व्यंग्यात्मक प्रस्तुति होती है। इस बार बडग्या के रूप में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दर्शाया गया। यह प्रतीक था उन 50 प्रतिशत टैरिफ नीतियों का, जो ट्रंप शासन में भारत पर लगाए गए थे। नागपुरवासियों ने अपने रचनात्मक अंदाज़ में इसका जवाब देते हुए यह संदेश दिया कि भारत किसी के आगे झुकने वाला नहीं है।
admin
News Admin