Fraud: फेक कॉल व लिंक से रहे सतर्क, सायबर अपराधी सक्रीय

अमरावती: पिछले कुछ वर्षों में जनता नगद लेन-देन करने की बजाय क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग जैसे उपकरण का उपयोग ज्यादा करने लगे है, बढ़ते डिजिटलाइजेशन के युग में सायबर अपराधी भी तेजी से बढ़ते जा रहे है. ऑनलाइन लेन-देन सोच समझकर करे, शेअर फारवर्ड करने से पहले उसकी तसल्ली करे, फेंक कॉल आने और लिंक करने पर जेब खाली होने का खतरा होता है, इसलिए सावधानी बरते, ऐसा आह्वान शहर साइबर पुलिस ने किया गया है.
कई झांसों से हो रहे शिकार
सायबर अपराधी लोगों को शॉपिंग ऑफर देकर या फिशिंग लिंक भेजकर उनके खाते तथा सभी व्यक्तिगत जानकारी चुरा लेते हैं. इसके बाद वे खातेदार के बैंक खाते से अपने खाते में रकम ट्रान्सफर करा लेते है, ऐसी स्थिति में लोगों के मेहनत के रुपए उन्हें पता न चलते हुए चुरा लिये जाते है. फेंक कॉल और लिंक पर क्लिक किया, तो जेब खाली हो गया समझो. बैंक खाते साफ हो सकते है, ऐसे कई उदाहरण सामने आये है. कोई भी शॉपिंग ऑफर, फिशिंग लिंक, केश बैक रिवार्डस् और नकली ई- मेल व्दारा भेजे गए लिंक पर क्लिक न करे, 10 पुलिस थाना क्षेत्र व सायबर पुलिस थाने में ऐसी शिकायत दर्ज की जाती है. 2 लाख से अधिक की जालसाजी होने पर मामला सायबर पुलिस थाने में दर्ज है. हर माह 200 से अधिक ऐसी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं.
10 माह में 33 एफआईआर
शहर पुलिस आयुक्तालय के सायबर पुलिस थाने में पिछले 10 माह में 33 एफआई आर दर्ज की गई, जिसमें जालसाजी व अन्य सायबर अपराधियों का समावेश है. हाल ही में शहर के एक व्यवसायी के 5 लाख रुपए एक क्षण में डेबिट हो गए थे. एक लिंक पर क्लिक कर आगे जाने की सलाह दी गई. यह स्टेप फालो करने के बाद दूसरे क्षण में उनके बैंक खाते से 5 लाख रुपए गायब हुए थे. किसी भी अपरिचित एप पर न जाए, कोई तुम्हारे बैंक खाते को साफ कर सकते है. इसलिए अपरिचित एप डाउनलोड न करने का आह्वान सायबर पुलिस द्वारा की गई है, इसलिए जनजागृति की जा रही है.
हर माह कैसी शिकायत ?
कर्ज, क्रेडिट कार्ड के नाम पर जालसाजी बिजली बिल के नाम पर ठगना, चाइल्ड पोनोग्राफी केबीसी के नाम पर,5 जी के नाम पर जालसाजी के साथ सोशल मीडिया पर जातिय व्देष निर्माण करने के बारे में मामला दर्ज किये गए, इनमें से सबसे ज्यादा जालसाजी कौन बनेगा करोडपति के नाम पर की गई है. हाल ही में चाइल्ड पोर्न प्रसारित करने के मामले में भी 3 मामले दर्ज गए है.
शिकायत कहा और कैसे करे
ऑनलाइन जालसाजी होने करिबी पुलिस थाने समेत शहर पुलिस आयुक्तालय के सायबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करा सकते है. साथ ही ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई जा सकती है. हकीकत में धोखाधड़ी किस तरह की गई, कब की गई, किसने की इसके सबूत साथ में लेकर जाए.
ऑनलाइन जालसाजी से बचे
फंसाने वाली लिंक पर न जाए, किसी को ओटीपी नहीं देना चाहिए, खरीदी करते समय अपना कार्ड कई जगह पर स्वैप करते समय कार्ड की कॉपी व पीन की कॉपी होने की अधिक संभावना रहती है. इसके कारण कार्ड द्वारा किया जाने वाला लेन-देन सजगता के साथ करना फायदेमंद है.
डा. आरती सिंह, सीपी

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