Bhandara: किसानों के सामने खड़ी हुई नई परेशानी, महावितरण ने कृषि पंपों की बिजली आपूर्ति काटने का लिया निर्णय

भंडारा: बिजली आपूर्ति कंपनी महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी (महावितरण) ने बिजली बिल नहीं चुकाने वाले किसानों के कृषि पंपों की बिजली आपूर्ति काटने का निर्णय लिया है। महावितरण के इस निर्णय से किसानों में खलबली मच गई है. वर्तमान में रबी की फसल खेतो में लगाई जा चुकी है, अगर इस समय कनेक्शन काटा गया तो फसल बचाने के लिए पानी की समस्या निर्माण हो जाएगी। इसी को लेकर अब किसान बेहद चिन्त्तित है।
आमगांव( दिघोरी) क्षेत्र के कई किसानों ने अपने खेतों में सिंचाई की व्यवस्था स्वयं की है। बिजली के कनेक्शन जोड़ लिए हैं। किसान धान की फसल के साथ-साथ ठंड और गर्मी के मौसम में ली जाने वाली की फसलें लेते है। कई किसानों के पास कृषि के अलावा कोई विकल्प नहीं है क्योंकि उनकी अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर करती है; लेकिन अब बिजली विभाग ने बिजली का कनेक्शन काट दिया है।
नतीजतन बिजली बिल समय पर जमा करने के लिए किसानों को पैसे के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है क्योंकि उन्हे डर सता रहा है कि खेतों में लगी फसल पानी के अभाव में दम तोड़ देगी और इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो सकता है. यह स्थिति केवल आमगांव परिसर की ही नहीं है बल्कि जिले के अन्य भागों में भी हालात यही है।
बिना मीटर रीडिंग के बिल भेजने से समस्या
बिजली विभाग हर साल इस सीजन में बिजली का कनेक्शन काटकर किसानों को असमंजस में डालने का प्रयास करता है.कई किसानों को बिजली विभाग की ओर से बिना मीटर रीडिंग के बिजली बिल भेज देता है और वह राशि भारी भरकम होती है. कई किसान हर बार खेत पर बिजली कनेक्शन मीटर से रीडिंग लेकर बिजली बिल भेजने का अनुरोध करते हैं. लेकिन चूंकि बिजली विभाग बिना मीटर रीडिंग लिए ही एस्टीमेट बिल भेज देता है, इसलिए बिल का भुगतान कैसे करें, इस सवाल के चलते कई किसान बिल नहीं भरते हैं. ऐसे में किसानों के पास वर्षों से बकाया बिजली बिल बकाया है.
कामों में सुधार नहीं
बिजली विभाग अपने कार्यों में सुधार नहीं कर रहा है, जिससे किसान परेशान हैं.चूंकि कृषि की लागत पहले से ही उत्पादन लागत से अधिक है, यह किसानों के लिए असहनीय हो गई है. किसान अपने जीवन को खतरे में डालकर खेती कर रहे हैं.

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