logo_banner
Breaking
  • ⁕ SC ने महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को लगाई फटकार, स्थानीय निकाय चुनाव 31 जनवरी, 2026 तक पूरा कराने के निर्देश ⁕
  • ⁕ नागपुर में जल्द शुरू होगी ई-बाइक टैक्सी सेवा, सिर्फ 15 रूपये में 1.5 किमी का सफर, सस्ता और आसान ⁕
  • ⁕ Amravati: शिंदे की शिवसेना में अंदरूनी कलह? बैनर से प्रीति बंड की तस्वीर गायब, राजनीतिक गलियारों में बना चर्चा का विषय ⁕
  • ⁕ Bhandara: एक ही दिन में दो कामों पर एक मज़दूर! हिवरा में पांदन सड़क निर्माण कार्य में गड़बड़ी-घोटाला ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला शहर में भारी बारिश से सड़कें और नालियां जलमग्न, फसलों को नुकसान होने की संभावना ⁕
  • ⁕ Akola: सरकारी अस्पताल परिसर में एक व्यक्ति की पत्थर कुचलकर हत्या, हत्यारा भी हुआ घायल ⁕
  • ⁕ अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनाया जाएगा महाराष्ट्र का AI मॉडल MARVEL, नीति आयोग ने द्वारा आठ उच्च-प्रभाव वाली परियोजनाओं में चयन ⁕
  • ⁕ “राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज कैंसर अस्पताल का निर्माण जल्द करें पूरा”, मुख्यमंत्री फडणवीस ने अधिकारियों को दिए निर्देश ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Bhandara

Bhandara: रात के अंधेरे में हो रही पार्टियों की मीटिंग, ग्राम पंचायत चुनाव का माहौल गरमाया


भंडारा: 18 दिसंबर को होनेवाले ग्राम पंचायत चुनाव के चलते करडी परिसर में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा चुनावी हलचलें तेज हो गई हैं. नामांकन पत्र भरने की अवधि 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक है. जिसके चलते विभिन्न पार्टियों ने उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है. कोई पुराने उम्मीदवारों को तो कोई नए युवा उम्मीदवारों को राजनीति में उतरने का चित्र दिखाई दे रहा है. चुनावों में खड़े होने वाले प्रत्याशी चुनने हेतु रात के अंधेरे में राजनीतिक दल मीटिंग कर रहे हैं.

ऐसे में ग्रामीण इलाकों में गुलाबी ठंड में चुनावी माहौल गरमाया हुआ नजर आ रहा है. बता दें कि सिहोरा परिसर में कई गांवों में सरपंच, उपसरपंच तथा सदस्यों का कार्यकाल खत्म होकर यहां प्रशासक राज शुरू है. इधर सरकार ने सदस्यों में से सरपंच चुनकर देने के निर्णय में बदल कर सीधा जनता से सरपंच का चयन करने का निर्णय लिया है. ऐसे में कई गांवों में सरपंच पद के उम्मीदवारों को पैनल में सदस्य पद का उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. ऐसे स्थिति में गांव में जिनका परिवार बड़ा है. ऐसे परिवार में उम्मीदवारी दी जा रही है. ऐसे में कई परिवार यह ग्रापं चुनाव के माध्यम से आमने-सामने आएंगे. ऐसा चित्र दिखाई दे रहा है. 

दूसरी बार सरकार ने जनता को सरपंच चयन का अधिकार दिया है. जिससे मतदाताओं में उत्साह का माहौल है. गांव के विकास के लिए कर्तव्यदक्ष व तत्पर होने वाला व्यक्ति ही सरपंच होने की चर्चा मतदाताओं से सुनने को मिल रही हैं तो सदस्यों में नए लोगों को अवसर मिलना चाहिए. इसको लेकर चर्चा है.