भंडारा जिले में बाघों और तेंदुए का आतंक, पर्यटकों में बढ़ी बाघ को देखने की रुचि

भंडारा: जिले के घने जंगलों में इन दिनों बाघों और तेंदुओं की बढ़ती गतिविधियों ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है। हाल ही में, लाखनी तहसील और अड्याल क्षेत्र में तेंदुए द्वारा पालतू जानवरों पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं। डोंगरगांव के तालाब के पास एक तेंदुए ने दो भैंसों को मार डाला, वहीं अड्याल क्षेत्र में सैकड़ों मुर्गियों को भी अपना शिकार बनाया।
इस बीच, रावणवाड़ी के घने जंगलों के पास पेंढरी-खुर्शीपार मार्ग पर तीन बाघों के एक साथ नजर आने से स्थानीय ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। इस घटना ने पर्यटकों के बीच जंगल की ओर बढ़ती रुचि को और भी बढ़ा दिया है। सोशल मीडिया पर तीन बाघों का वीडियो वायरल होने के बाद वन प्रेमियों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
कोका वन्यजीव अभयारण्य, नागझिरा, नवेगाव बांध और पवनी तहसील के जंगलों में पहले से ही पर्यटकों की अच्छी खासी संख्या देखी जा रही थी। अब बाघों के दर्शन ने इन स्थलों की लोकप्रियता और भी बढ़ा दी है।
स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को सख्त करने का आश्वासन दिया है, लेकिन ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। वन विभाग ने भी जनता से अपील की है कि वे जंगली जानवरों से दूर रहें और सतर्क रहें। इस स्थिति ने जहां एक ओर वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाई है, वहीं ग्रामीणों की सुरक्षा एक प्रमुख चिंता का विषय बनी हुई है।

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