मानसून ने बढ़ाई मुश्किलें, टमाटर हुआ लाल; चिल्लर में 70 रुपए किलो तक पहुँचा

नागपुर: मानसून की धीमी रफ्तार और अनियमित बारिश ने आम जनता की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं, खासकर टमाटर ने लोगों की जेब पर सीधा वार किया है। फिलहाल टमाटर चिल्लर बाजार में 60 से 70 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है।
सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बारिश की मार से टमाटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है। महाराष्ट्र के अहमदनगर, पुणे, सोलापुर और विदर्भ के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश या फिर जरूरत से कम बारिश की वजह से टमाटर की आवक में भारी गिरावट आई है। परिणामस्वरूप थोक मंडियों में टमाटर की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। फसल खराब होने के कारण पहले जहां एक दिन में बाजार में 40- 45 ट्रक आते थे, अब वह 15-16 ट्रक रह गए हैं।
मंडी व्यापारियों के अनुसार, पहले जहां एक क्रेट (करीब 25 किलो) टमाटर 300 से 400 रुपए में बिकता था, अब वही क्रेट 900 से 1000 रुपए तक पहुँच चुका है। इस वृद्धि का असर सीधे खुदरा कीमतों पर पड़ा है।
महिलाएं और गृहणियां कह रही हैं कि सब्जियों की महंगाई ने बजट बिगाड़ दिया है। पहले जहाँ हफ्ते भर की सब्जी 300 से 400 रुपए में आ जाती थी, अब वही खर्च 600 से 700 रुपए तक जा रहा है।
अगर इसी तरह बारिश का मिजाज बना रहा और आपूर्ति सामान्य नहीं हुई तो आने वाले दिनों में टमाटर की कीमतें 100 रुपए किलो तक पहुँच सकती हैं। टमाटर के साथ अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे है। बैगन, शिमला मिर्ची, परवल सहित तमाम सब्जियों के दाम दोगुने हो गए हैं। वर्तमान में जिस तरह का मौसम बना हुआ है उसको देखते हुऐ आने वाले कुछ दिन सब्जियों के दाम ऐसे ही बने रहेंगे।

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