logo_banner
Breaking
  • ⁕ गृह राज्य मंत्री के जिले में पुलिस पर चली तलवार! जुआ अड्डे पर कार्रवाई के दौरान हुआ जानलेवा हमला, तीन पुलिसकर्मी घायल ⁕
  • ⁕ भारी वाहनों की शहर में एंट्री को मिली सशर्त राहत, ट्रैफिक पुलिस ने नया आदेश किया जारी ⁕
  • ⁕ अमरावती में एक तरफ कांग्रेस का मार्च, दूसरी ओर भाजपा का कार्यक्रम; पंचवटी चौक पर बना तनावपूर्ण माहौल ⁕
  • ⁕ Ramtek: खेत में कीटनाशक का छिड़काव करने गए युवक की करेंट लगने से हुई मौत, खेत मालिक के खिलाफ मामला दर्ज ⁕
  • ⁕ Yavatmal: नवंबर से पहले रेलवे बोर्ड को सौंपा जाएगा यवतमाल-मुर्तिजापुर रेलवे लाइन के लिए डीपीआर ⁕
  • ⁕ Akola: नगर पालिका में वरिष्ठ अधिकारियों के पद रिक्त, आयुक्त पर बढ़ा दबाव ⁕
  • ⁕ Buldhana: मलकापुर में बायोडीजल पंप के टैंक में दम घुटने से दो युवकों की मौत, एक की हालत गंभीर ⁕
  • ⁕ ताडोबा टाइगर सफारी की कीमतें बढ़ीं; सांसद प्रतिभा धानोरकर ने दी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी ⁕
  • ⁕ दो महीने के भीतर लाड़ली बहनों को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने दी जानकारी ⁕
  • ⁕ Buldhana: लोणार झील क्षेत्र के आधे से ज़्यादा मंदिर हुए जलमग्न, नवरात्रि उत्सव में खलल पड़ने की आशंका ⁕
Chandrapur

चंद्रपुर में बाघ के हमले से किसान की मौत; गढ़चिरौली में चरवाहे ने बहादुरी से बाघ को खदेड़ा


चंद्रपुर: महाराष्ट्र में बाघों और इंसानों के बीच संघर्ष की दो अलग-अलग घटनाएं सामने आई हैं। एक ओर जहां चंद्रपुर के ताड़ोबा अंधारी टाइगर रिजर्व के पास एक बाघ के हमले में किसान की मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर गढ़चिरौली में एक 76 वर्षीय चरवाहे ने बहादुरी का परिचय देते हुए बाघ को खदेड़ दिया।

ताड़ोबा के पास बाघ ने ली किसान की जान

चंद्रपुर के मोहोरली वन क्षेत्र में स्थित सीतारामपेठ बिट के पास बुधवार (24 सितंबर) सुबह करीब 11:30 बजे एक खेत में काम कर रहे किसान अमोल बबन नन्नावारे (38) पर बाघ ने हमला कर दिया। इस हमले में अमोल की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पंचनामा तैयार करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भद्रावती के ग्रामीण अस्पताल भेजा गया। मृतक की पत्नी प्रेमिला अमोल नन्नावरे को तत्काल सहायता के रूप में 50,000 रुपये दिए गए हैं।

 76 वर्षीय चरवाहे ने दिखाई हिम्मत

वहीं, गढ़चिरौली जिले के अहेरी तालुका में एक 76 वर्षीय बुजुर्ग ने अपने साहस से सभी को हैरान कर दिया। खांडला गांव के निवासी शिवराम गोसाई बामनकर बुधवार सुबह अपने जानवरों को चराने के लिए जंगल में गए थे। सुबह करीब 9:30 बजे, अचानक झाड़ियों से एक बाघ निकलकर उन पर हमला कर दिया।

ऐसी स्थिति में भी शिवराम ने हार नहीं मानी। बिना किसी हथियार के, सिर्फ एक लाठी के सहारे उन्होंने बाघ का सामना किया। यह संघर्ष कई मिनट तक चला। बाघ ने अपने पंजों से उन पर वार किया, लेकिन शिवराम ने बहादुरी से उसे दूर धकेला। आखिरकार, बाघ जंगल में भाग गया। इस उम्र में मौत के मुंह से निकलकर आने वाले शिवराम की बहादुरी की हर कोई तारीफ कर रहा है। हालांकि, इन घटनाओं से इंसानी बस्तियों के इतने करीब बाघों के आने को लेकर ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है।