नकली शराब मामला: सात दिन बाद मास्टरमाइंड गिरफ्तार

चंद्रपुर: सात दिन पहले एलसीबी की टीम ने शहर के कंजर मोहल्ला में छापा मारकर नकली विदेशी शराब की फैक्ट्री को नष्ट कर दिया था. इस नकली शराब कांड का मास्टरमाइंड रविंद्र उर्फ बिट्टू कंजर पुलिस को देखते ही पिछले दरवाजे से फरार हो गया था. तभी से पुलिस बिट्टू की तलाश में थी। इस बीच बिट्टू कंजर के चंद्रपुर लौटने की सूचना मिलने पर जाल बिछाकर उसे हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस ने उसे नकली शराब के लिए जरूरी सामग्री सप्लाई करने वाले व्यक्ति को नागपुर व सुनील बरई रेस से भी गिरफ्तार किया है. दूसरे आरोपी का नाम दुर्गावती नगर नागपुर है।
स्थानीय क्राइम ब्रांच को गोपनीय सूचना मिली थी कि कुख्यात शराब माफिया रविंद्र कंजर एक प्रसिद्ध ब्रांड की शराब में खतरनाक रसायन मिलाकर नकली शराब तैयार कर नई बोतलों में पैक कर उपभोक्ताओं को बेच रहा है. इसी सूचना के आधार पर एलसीबी की एक टीम ने 21 अप्रैल को उनके कंजर मोहल्ला स्थित आवास पर छापा मारा। इस दौरान नामी कंपनी की शराब, खतरनाक केमिकल, लेबल, खाली बोतलें और ढक्कन का बड़ा जखीरा जब्त किया गया।
हालांकि पुलिस के पहुंचते ही रवींद्र कंजर पिछले दरवाजे से फरार होने में सफल रहा। तभी से पुलिस रविंद्र कंजर की निशानदेही पर थी। सात दिन बाद कंजर चंद्रपुर लौटा और घर पर होने की सूचना मिलने पर पुलिस ने जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया. नकली शराब के लिए जरूरी सामग्री के सप्लायर से पूछताछ की गई तो सुनील बरई का नाम सामने आया. लिहाजा पुलिस ने सुनील बरई को नागपुर से गिरफ्तार किया है. एलसीबी पुलिस इंस्पेक्टर महेश कोंडावर, पुलिस सब-इंस्पेक्टर अतुल कावले, पुलिस अधिकारी संजय अटकुलवार, संतोष येलपुलवार, नितिन रायपुरे, रवींद्र पंधारे, कुंदन सिंह बावरी, गोपाल अतकुलवार, नरेश दाहुले, प्रांजल जिल्पे, चंद्रशेखर असुतकर, प्रशांत लारोकर, छगन जांभुले के नेतृत्व में , उमेश आरोले टीम ने यह कार्रवाई की।

admin
News Admin