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Maharashtra

उद्धव ठाकरे के वार पर एकनाथ शिंदे का पलटवार, कहा- जिसने पिता को बेच दिया वह हमें गद्दार बोल रहे


मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Udhav Thackeray) के पिता को चोरी करने के वार पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि, "जिसने पिता के विचारों को कांग्रेस (Congress) और राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) को बेच दिया वह हमने गद्दार कह रहे हैं। जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) के विचारों को तिलांजलि दे दी उसे शिवजी पार्क में खड़े होने का कोई हक़ नहीं है।" बुधवार को बीकेसी मैदान में आयोजित दशहरा रैली (Dashahara Rally) पर बोलते हुए यह बात कही। 

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “महाराष्ट्र के वोटरों ने आपको और बीजेपी को विधानसभा चुनाव में चुना, लेकिन आपने (उद्धव) कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन कर लोगों को धोखा दिया।” उन्होंने कहा, “उद्धव कांग्रेस-एनसीपी की धुन पर नाचते रहे. उन्होंने कहा कि हमने गद्दारी नहीं की, गद्दारी हुई थी लेकिन 2019 में। महाविकास अघाड़ी (MVA) बनाकर गद्दारी की गई थी। हमने बालासाहेब के विचारों को आपने समर्थन दिया। बालासाहेब के विचार हमारे साथ हैं।”

बालासाहेब को देखते हुए हम चुप रहे

मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, “हम गद्दार नहीं गद्दार तुम हो। सबसे पहले अपना सिर बालासाहेब की समाधि पर रखो, फिर हमारी निन्दा करो। हमने शिवसेना बनाने के लिए 40 साल काम किया, आंदोलन किया, लाठी-डंडे खाए। अब आप हमें गद्दार कहते हैं? हम बालासाहेब को देखते हुए चुप रहे। ढाई साल पहले कई विधायकों ने कहा था कि यह गठबंधन सही नहीं है। लेकिन हम सहते रहे। लेकिन बालासाहेब के विचारों को खूंटी पर लटकाकर हम चुप नहीं रह सके।”

पिता के विचारों को दी तिलांजलि

एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुंबई बम धमाकों में याकूब मेमन को कोर्ट ने फांसी पर लटकाया, आपने उस मेमन की फांसी रद्द करने की बात कहने वाले को मंत्री का पद दिया। तुम हमें बाप-चोरी करने वाला गैंग कहते हो, पिता के विचारों को तिलांजलि दे दी, खुद बाप को बेचने की कोशिश की और हमने जो किया वह राज्य की भलाई के लिए किया।"

…इसलिए हुआ महाभारत

एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे को सोचना चाहिए और आत्ममंथन करना चाहिए कि इतने विधायक, सांसद और अधिकारी क्यों चले गए। उन्होंने कहा, "कोरोना काल में सब कुछ बंद था, लेकिन आपकी दुकानें खुली थीं। मुझे पता है कि वे दुकानें कैसी थीं। मुख्यमंत्री के रूप में, आप केवल अपने नाम के आगे एक पट्टिका से संतुष्ट थे। सेना का झंडा और कांग्रेस और एनसीपी का एजेंडा। मंत्रालय में चल रहे थे..शिवसेना के मुख्यमंत्री, लेकिन शिवसेना को खत्म करने की कोशिश की। उस समय आपने धृतराष्ट्र की भूमिका निभाई और संजय ने जो गाया वह सुना। इसलिए महाभारत हुआ।"

महाराष्ट्र में नहीं चलेगा पाकिस्तान के नारे

मुख्यमंत्री ने कहा, "महाराष्ट्र में पाकिस्तान के नाम पर की गई घोषणाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पीएफआई को राज्य में भी कुचला जाएगा, पीएफआई को लेकर प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह का जो रुख है वह सही है। लेकिन, PFI पर बैन लगाने के बाद RSS को बैन करने की मांग की जा रही है। आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग हास्यास्पद है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में आरएसएस का अहम योगदान है।" 

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