logo_banner
Breaking
  • ⁕ किसानों को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी खुशखबरी, अब जंगली जानवरों और जलजमाव से हुआ नुकसान भी बीमा में होगा कवर ⁕
  • ⁕ विधायक रवि राणा ने की कांग्रेस की कड़ी आलोचना; कहा - सपकाल को चिखलदरा के बारे में नहीं कोई जानकारी ⁕
  • ⁕ Yavatmal: रेलवे गौण खनिज स्कैम में डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर को नोटिस, विधानसभा डिप्टी स्पीकर ने पूरी जानकारी के साथ पेश होने का दिया आदेश ⁕
  • ⁕ महायुति को 51 प्रतिशत वोटों के साथ मिलेगा बहुमत, मुंबई में होगी 100 पार की जीत: चंद्रशेखर बावनकुले ⁕
  • ⁕ Nagpur: अजनी में दोस्त ने की दोस्त की हत्या, शव जलाकर सबूत मिटाने का किया प्रयास ⁕
  • ⁕ Gondia: कलयुग की हत्यारिन माँ! मामूली स्वार्थ के लिए 20 दिन के बच्चे को नदी में फेंक ली उसकी जान ⁕
  • ⁕ आखिरकार BHEL के प्रोजेक्ट से प्रभावित किसानों को 476 एकड़ ज़मीन का अधिकार मिला वापस ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला में गारंटी मूल्य पर पांच दिन में सिर्फ तीन केंद्रों पर खरीदा गया केवल 426 क्विंटल सोयाबीन ⁕
  • ⁕ एग्रो विजन में शामिल होने नागपुर पहुंचे कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे, नाफेड खरीद जल्द से जल्द शुरू होने की कही बात ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
Maharashtra

राज्य सरकार ने हिंदी के राजभाषा का दर्जा किया बहाल, शुरू हुआ विरोध


पुणे: राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार ने हिंदी के राजभाषा के दर्जे को फिर से बहाल कर दिया है। सरकार ने राज्य हिंदी साहित्य अकादमी को पुनर्गठन करते हुए अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य सरकार के इस निर्णय पर विरोध शुरू हो गया है। राज्य के साहित्यकार कहने लगे हैं कि, हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं है। 

सांस्कृतिक मंत्री होंगे अध्यक्ष

राज्य के सांस्कृतिक मामलों के विभाग द्वारा राज्य हिंदी साहित्य अकादमी का पुनर्गठन किया गया है। अकादमी के पुनर्गठन के संबंध में जारी सरकारी अध्यादेश में कहा कि, "हिंदी राष्ट्रभाषा होने के कारण हिंदी साहित्य की उन्नति और प्रचार-प्रसार के लिए राज्य में हिंदी साहित्य अकादमी की स्थापना की गई है। इसी के साथ सांस्कृतिक मामलों के मंत्री हिंदी अकादमी के अध्यक्ष होंगे।

सांस्कृतिक मामलों के सचिव सदस्य हैं जबकि महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के संयुक्त निदेशक समिति के सदस्य सचिव हैं। डॉ. शीतला प्रसाद दुबे समिति के कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। उनके साथ हिंदी साहित्य और अनुवाद के क्षेत्र के 28 विशेषज्ञों को गैर-सरकारी सदस्य के रूप में समिति में शामिल किया गया है।

हिंदी को राष्ट्रभाषा कब घोषित किया गया?

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता अनिल शिदोरे ने कहा, "'चूंकि हिंदी राष्ट्रभाषा है...' सरकार के फैसले की प्रस्तावना में पहला वाक्य है। हिंदी को राष्ट्रभाषा कब घोषित किया गया? हमारा मानना ​​है कि हिंदी अंग्रेजी के साथ-साथ एक प्रशासनिक भाषा या एक औपचारिक भाषा है। कृपया स्पष्ट करें।"