logo_banner
Breaking
  • ⁕ नागपुर शहर में सुबह से हो रही जोरदार बारिश, जमकर गरज रहे बादल, छाए घनघोर काले बादल ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

नागपुर के 426 झुग्गी निवासियों को मिले उनके घर, 426 को मिला मालिकाना हक


नागपुर: नागपुर में कई वर्षों से रह रहे झुग्गीवासियों को सही घर और मालिकाना हक दिलाने के मुख्यमंत्री के निर्णय के तहत शहर में 426 झुग्गीवासियों को उनके उचित आवास उपलब्ध कराये गये हैं। इन 426 झुग्गियों में से एक, लक्ष्मीनगर की झुग्गी पूरी तरह बदल चुकी है। इसका नाम बदलकर श्रमिक नगर रख दिया गया है।

इस निर्णय से बस्तियों में रहने वाले अनुसूचित जाति और नवबौद्ध समुदाय के लोगों को रमाई आवास योजना के तहत मकान मिले हैं, जबकि जनजातीय वर्ग के लोगों को शबरी आवास योजना के तहत मकान मिले हैं। अन्य श्रेणियों के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान मिले हैं। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कोई भी व्यक्ति आवास से वंचित न रहे।

आवास प्राप्त करने वाले रामदास वुईके ने बताया कि लक्ष्मी नगर वार्ड के नगर सेवक के रूप में देवेंद्र फडणवीस ने झुग्गी-झोपड़ियों की समस्याओं को लेकर बार-बार आवाज उठाई। बाद में, मेयर बनने के बाद, उन्होंने इस झुग्गी बस्ती के लिए सुविधाओं को प्राथमिकता दी। इस झुग्गी बस्ती में एक स्कूल के लिए आरक्षण था। 1999 के बाद, इस क्षेत्र के विधायक के रूप में, उन्होंने इसे हटाने के लिए एनआईटी से संपर्क किया। जब समस्या का समाधान नहीं हो सका तो उन्होंने एनआईटी में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। सिटी डेवलपमेंट अलायंस के वासनिक ने यह बात याद दिलायी।