नागपुर सेंट्रल जेल फिर चर्चा में अब गांजा से साथ अन्य सामान्य मुहैय्या कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़
नागपुर: सेंट्रल जेल में 2 महीने पहले कैदी द्वारा मोबाइल, बैटरी और गांजा ले जाने के मामले से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए थे। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर सर्च ऑपरेशन भी चलाया था लेकिन इतना गंभीर मामला सामने आने के बाद भी लगता है की जेल प्रशासन की अब तक नींद नहीं खुली है. अब एक गोपनीय जांच में नए रैकेट का खुलासा हुआ है जो जेल के भीतर से फोन से भी ऑपरेट हो रहा था. इतना ही नहीं बल्कि इस रैकेट के माध्यम से नशीले पदार्थ जेल के भीतर मंगाए जा रहे थे। मगर सबसे आश्चर्य की बात ये है कि जेल के रक्षक ही इन सारी गतिविधियों में शामिल है. पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया ह. जिसमें 2 जेल रक्षक शामिल है. पकड़े गए आरोपियों में श्रीकांत थोरात, गोपाल पराते, राहुल मेंढेकर, अजिंक्य राठौड़ और प्रशांत राठौर का समावेश है. सीपी अमितेश कुमार ने बताया कि अजिंक्य और प्रशांत दोनों ही जेल रक्षक है. श्रीकांत, गोपाल और राहुल चर्चित अपराधी है. उन्हें करीब डेढ़ साल पहले एमपीडीए लगाकर जेल में बंद किया गया था.जहां से ये सब सेटिंग कर जेल में गांजा और अन्य सामान मंगाते थे। जबकि इनका रेट भी फिक्स था। एक बार गांजा सप्लाई करने के एवज में यह 5,000 हजार रुपये, खाद्य सामग्री पहुंचाने के 3,000 रुपये और कपड़े आदि सामान पहुंचाने के लिए 1000 रुपये दिए यह रैकेट वसूलता था. 3 दिन पहले क्राइम ब्रांच को इन आरोपियों की गतिविधियों की जानकारी मिली. जिसके बाद सिम कार्ड पर आने वाले सभी कॉल की डिटेल खंगाली गई. पहले श्रीकांत, राहुल और गोपाल को हिरासत में लिया गया. सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपियों ने पूरी जानकारी दी. जिसके बाद धंतोली थाने में प्रिजनर एक्ट और धोखाधड़ी सहित विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. इस मामले में आरोपियों की संख्या बढ़ने की सम्भावना है. आने वाले समय में इस मामले में जेल के कुछ अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई लगभग तय माना जा रहा है।
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