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Nagpur

नागपुर पुलिस ने फर्जी छापेमारी कर 2 किलों सोना पकड़ा भी छोड़ भी दिया?


नागपुर:कोलकाता से नागपुर पहुँची गोल्ड स्मगलिंग की खेप पुलिस द्वारा छोड़े जाने एक सनसनीखेज मामला शहर में सामने आया है। इतवारी के सराफा बाजार में हुई घटना से शहर पुलिस में भूचाल मचा हुआ है। प्रारंभिक पड़ताल में जनवरी में डीआरआई द्वारा रायपुर में पकड़ी गई सोने की खेप से ताजा प्रकरण जुड़ा होने का पता चला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सर्राफा बाजार की यह घटना बीते सप्ताह की बताई जा रही है। एक थोक व्यापारी ने कोलकाता से 2 किलो सोना बुलाया था। बड़ी खेप नागपुर में पहुँचने पर सराफा व्यापारी के स्टाफ ने एक स्थान से डिलीवरी ली। यह स्टाफ 1 करोड़ कीमत के 2 किलो सोने के बिस्किट लेकर जब मालिक की दुकान जा रहा था तभी उसे कुछ लोगों ने रोका और पुछताछ करने की बात करते हुए थाने ले गए। काफी देर बाद भी स्टाफ के दुकान नहीं लौटने पर व्यापारी चिंतित हो गया। उसके लगातार फ़ोन लगाने पर भी स्टाफ ने कोई प्रतिसाद नहीं दिया। इसी बीच एक प्रतिद्वंदी सराफा व्यापारी उसके पास पहुंचा और सेंट्रल की एक बड़ी एजेंसी के अधिकारियों द्वारा उसका माल पकड़े जाने के बात बताते हुए मामला सुलझाने की सलाह दी। क्योंकि  खरीदे गए सोने के अधिकृत दस्तावेज नहीं होने से चिंतित व्यापारी ने ऑफर लेकर आए व्यापारी को बात आगे बढ़ाने को कहा, जिसके बाद मामला निपटाने के बदले में सर्राफा व्यापारी ने उससे 14 लाख रुपये भी लिए। जिसके बाद व्यापारी को अपना सोना वापस मिल गया। व्यापारी के स्टाफ ने वापस लौटने के बाद पूरा घटनाक्रम बताया। जिससे व्यापारी को पता चला कि कर्मचारी को सेंट्रल एजेंसी ने नहीं बल्कि पुलिस ने पकड़ा था। यह सच्चाई जाने के बाद धोखाधड़ी होने की बात का पता चलते ही व्यापारी ने इसकी जानकारी व्यापारी नेताओं को भी दी.जिन्होंने उसे पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की सलाह दी। परंतु व्यापारी ने पुलिस में कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करवाई। इस मामले के तार भी जनवरी माह में डीआरआई ने रायपुर रेलवे स्टेशन पर पकड़े करीब 3 किलो 300 ग्राम सोने के साथ जुड़े हैं। रायपुर में डीआरआई ने आरपीएफ की मदद से गांधीबाग निवासी अनिल नारायण रजाई नामक आरोपी को रायपुर रेलवे स्टेशन पर सोने के साथ पकड़ा का पकड़ा था। नागपुर शहर में पिछले हफ्ते पुलिस द्वारा छोड़े गए मामले में भी यहां पहुंचा सोना कोलकाता से नागपुर आया था। इस मामले की गहराई से जांच किए जाने पर सोने तस्करी के अंतरराज्यीय रैकेट का खुलासा हो सकता है।