logo_banner
Breaking
  • ⁕ गोंदिया के डांगुर्ली में 20 दिन के नवजात का अपहरण, अज्ञात चोर घर में घुसकर ले गए नवजात शिशु! ⁕
  • ⁕ मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिण योजना की ई-केवाईसी पूरी करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ी ⁕
  • ⁕ Bhandara: राकांपा विधायक राजू कारेमोरे की पत्नी और पूर्व सांसद मधुकर कुकड़े तुमसर में बागी उम्मीदवार की रैली में हुए शामिल ⁕
  • ⁕ Ramtek: बगावत के कारण भाजपा और शिंदेसेना के अधिकृत उम्मीदवारों की सीट फंसी ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला नगर पालिका के वार्डों में नए आरक्षण परिवर्तन की घोषणा, मनपा आयुक्त ने दी परिवर्तन की जानकारी ⁕
  • ⁕ मनपा की ई-मोबिलिटी सेवा को मिली बड़ी मजबूती, नागपुर की ‘आपली बस’ फ्लीट में शामिल हुईं नई 29 पीएम ई-बसें ⁕
  • ⁕ विदर्भ में निकाय चुनाव में जबरदस्त उत्साह, हर जिले में रिकॉर्ड संख्या में मैदान में उम्मीदवार ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपुर में बगावत के बाद फिर भाजपा में ब्रिजभूषण पाझारे, निलंबन रद्द कर पुनः पार्टी में किया गया शामिल ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में धान क्रय केंद्र शुरू नहीं होने से किसान चिंतित, किसानों ने जल्द से जल्द खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग ⁕
  • ⁕ जीरो माइल मेट्रो टनल परियोजना: उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान, अदालत ने महा मेट्रो से अनुमतियों और सुरक्षा मानकों की मांगी जानकारी ⁕
National

रूस का मून मिशन हुआ फेल, उतरने से पहले ही क्रैश हुआ "Luna 25"


मॉस्को: रशिया का मून मिशन (Russia Moon Mission) असफल हो गया है। चाँद के दक्षिण हिस्से (Moon South Pole) में उतरने से पहले ही लुना 25 (Luna 25) क्रैश हो गया। इस बात की जानकारी जर्मनी की डीडब्ल्यू न्यूज ने रूस की अंतरिक्ष निगम रोस्कोसमोस (Space Corporation Roscosmos) के हवाके से यह खबर दी। इसी के साथ रशिया का सबसे पहले चाँद के साऊथ पोल पर उतरने का सपना भी टूट गया है। 

रोस्कोस्मोस स्टेट स्पेस कॉर्पोरेशन ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर बयान जारी करते हुए कहा, “19 अगस्त को लूना-25 उड़ान कार्यक्रम के अनुसार, इसकी प्री-लैंडिंग अण्डाकार कक्षा बनाने के लिए एक आवेग प्रदान किया गया था। मॉस्को के समय अनुसार 14:57 पर लूना-25 तंत्र के साथ टूट गया। डिवाइस की खोज करने और उससे संपर्क करने के लिए 19 और 20 अगस्त को कई उपाय किये गए लेकिन, उसका कोई नतीजा नहीं निकला।" 

अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि प्रारंभिक विश्लेषण के परिणामों के अनुसार, गणना किए गए मापदंडों से आवेग के वास्तविक मापदंडों के विचलन के कारण उपकरण एक ऑफ-डिज़ाइन कक्षा में चला गया और चंद्र के साथ टकराव के परिणामस्वरूप अस्तित्व में नहीं रहा। रोस्कोस्मोस ने कहा, एक विशेष रूप से गठित अंतरविभागीय आयोग चंद्रमा के नुकसान के कारणों को स्पष्ट करने के मुद्दों से निपटेगा।

भारत के चंद्रयान 3 पर टिकी दुनिया की निगाहें 

रूस के लूना 25 के क्रैश होने के बाद चाँद के दक्षिणी हिस्से में उतरने वाला दुनिया का पहला देश बनने का सपना टूट गया है। वहीं रूस के मिशन मून के असफल हो जाने के बाद दुनिया भर की निगाहें अब भारत के चंद्रयान तीन पर आकर टिक गई है। चंद्रयान तीन बुधवार यानी 23 अगस्त को चाँद के दक्षिणी हिस्से में उतरेगा। वर्तमान में चंद्रयान तीन चाँद पर जिस जिससे में उतरने वाला है, वहां से मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर है। चंद्रयान सफलता के साथ चाँद पर उतर जाता है तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा।