logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Nagpur

महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी की विवादित टिप्पणी, माओवादियों की तुलना स्वतंत्र सेनानियों से की


नागपुर: महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने विवादित टिप्पणी करते हुए माओवादियों की तुलना देश को आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारियों से की है। सोमवार को नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए गांधी ने कहा कि, "जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था, वैसे ही नक्सली अपनी सामाजिक और आर्थिक आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।"

गांधी इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर 29 सितंबर से दो अक्टूबर के दौरान संविधान सत्य गृह का आयोजन किया है। इसके तहत नागपुर के दीक्षाभूमि से लेकर सेवाग्राम तक पैदल यात्रा निकाली जाएगी। गांधी ने यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि, इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश सामजिक सौहार्द, संविधान की रक्षा सहित संस्कृति को बचाने के लिए निकाली जा रही है। चार दिनों की इस यात्रा में 100 किलोमीटर की यात्रा तय की जाएगी। गांधी ने जानकारी देते हुए कहा कि, नागपुर सहित वर्धा के दौरान चार सभा भी की जाएगी। जिसमें शरद पवार, राहुल गांधी या कांग्रेस का बड़ा नेता शामिल होंगे।"

इसी दौरान गांधी से माओवादियों को लेकर सवाल किया गया। जिसपर उनसे पूछा गया कि, कांग्रेस के कई नेता माओवादियों को क्रांतिकारी बताया है। जिसपर जवाब देते हुए गांधी ने कहा, "मैं भी उन्हें क्रन्तिकारी मानता हूँ। जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था, वैसे ही नक्सली अपनी सामाजिक और आर्थिक आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "एक जान का क्रन्तिकारी दूसरे का आतंकवादी होता है। और इतिहास से यह तय होगा।"