New Parliament Building: उद्घाटन के एक दिन पहले नए संसद भवन की अंदर की तस्वीर आई सामने, दिखा बेहद भव्य

नई दिल्ली: नवनिर्मित संसद भवन (New Parliamnet Building) के उद्घाटन की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। रविवार 28 मई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) नए संसद भवन की ईमारत का उद्घाटन करेंगे। एक तरफ जहां संसद को लेकर लोगों में उत्साह दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल लगातार इसको लेकर राजनीति कर रहे हैं। इसी राजनीतिक लड़ाई के बीच संसद की अंदर की तस्वीर सामने आई है। इन तस्वीरों में संसद भवन बेहद भव्य दिखा। लोकसभा, राज्यसभा सहित पूरी बिल्डिंग ही बेहद अद्भुत दिखाई दी।
ज्ञात हो कि, संसद की नई बिल्डिंग बनाने की मांग 1990 से चली आ रही थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हाराव के समय पुरानी संसद की जगह नई संसद बनाने की मांग की गई थी। इसको लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा गया था। पहले प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री मंत्री की तरफ से सकारात्मक रुख दिखाया, लेकिन बाद में प्रस्ताव ठन्डे बस्ते में चला गया।
2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शासन काल के दौरान भी नई संसद बनाने की मांग की गई थी। उस समय की लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और संसदीय, पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने भी नई ईमारत बनाने की बात कही थी। हालांकि, तब भी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया। इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी की पहली सरकार में भी नई संसद ईमारत को लेकर प्रस्ताव भेजा था। उस समय की लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने ये प्रस्ताव भेजा था।
लगातार हो रही मांग को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। वहीं रिकॉर्ड 29 महीने में यह नई ईमारत बनकर तैयार हो गई। उस समय सरकार ने निर्माण के लिए 850 करोड़ का बजट तय किया गया था। लेकिन, बजट बढ़ते-बढ़ते यह 938 करोड़ पहुंच गया।
नई संसद भवन को भविष्य को देखकर बनाया गया है। लोकसभा को जहाँ मोरे की थीम पर बनाया गया है, वहीं राज्यसभा को कमल थीम पर तैयार किया गया है। इसी के साथ दोनों सदनों में मिलकर 1272 सीट होंगी, जिसमें लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384. पुरानी संसद की तरह नई संसद में सेंट्रल हॉल नहीं होगा। लोकसभा में ही सरे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
भवन में मंत्रियों के कार्यालयों और समिति कक्षों के साथ 4 मंजिलें होंगी। इमारत का निर्माण क्षेत्र 20,866 मीटर मीटर में हुआ है। मौजूदा पुरानी गोलाकार इमारत की तुलना में आकार में 10 प्रतिशत छोटा है। संसद भवन में 3 प्रवेश द्वार हैं, जिनके नाम हैं- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार।
नई इमारत में एक ' सेंगोल ' भी होगा। यह तमिलनाडु में बनाया गया एक ऐतिहासिक राजदंड है। एक शासक से दूसरे शासक को सत्ता हस्तांतरित करने के लिए चोल साम्राज्य काल 'सेंगोल' से प्रेरित है, जो अंग्रेजों द्वारा पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सत्ता हस्तांतरण का प्रतिनिधित्व करने के लिए दिया गया था। हालांकि, 75 साल से इसे मियूजियम में रखा गया था लेकिन नई संसद के साथ इसे फिर से स्थापित किया जाएगा।

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