"जिन लोगों के लिए परिवार ने दी जान, उन्हीं लोगों ने की बगावत", शेख हसीना का बेटा बोला- देश का क्या होगा अब हमें नहीं पड़ता फर्क

ढाका: आरक्षण के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन अब अराजक स्थिति में पहुंच गया है। आंदोलन के नाम पर हुई हिंसा और आगजनी के बाद बांग्लादेश में सत्ता पलटगई है। शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपनी जान बचाकर देश से भागना पड़ा। वहीं उपद्रवियों ने प्रधानमंत्री निवास पर कब्ज़ा कर दिया और वहां रखे सामानों को लूट लिया। इसी बीच पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे साजिब वाजेद जॉय ने अपनी माँ को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि, "उनकी माँ अब राजनीति में कभी नहीं लौटेंगी। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि, "जिन लोगों के लिए उनके परिवार ने अपनी जान दी, वही अब बगावत पर उतर आए। अब इस देश का क्या होगा इससे उनके परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता।"
वीडियो सन्देश जारी करते हुए जॉय ने कहा कि, "माँ इस विद्रोह दुखी है। हमने आंदोलन कर देश बनाया। आंदोलन के लोकतंत्र को वापस लाया। आंदोलन कर देश को उन्नति करने का प्रयास किया। आज जिस बंग बंधू की बेटी शेख हसीना के खिलाफ बोल रहे हैं अगर वह नहीं होती तो क्या बांग्लादेश इतनी दूर पहुंच पाता। असंभव है। कोई कल्पना तक नहीं कर सकता कि, बांग्लादेश इतना उन्नत हो सकता था। इतना विकास कर सकता।"
उन्होंने आगे कहा, "ठीक है शेख हसीना के बाद आप लोगो का क्या होगा वो ना तो मेरी चिंता का विषय है और ना ही मेरे परिवार का। इससे कोई मतलब नहीं, आपलोग खुद समझेंगे। लेकिन इस तरह से संघर्ष करके, हत्याकांड करके सत्ता हासिल नहीं किया जा सकेगा।"
उन्होंने कहा, "ये अब आंदोलन नहीं रहा है, जब पुलिस, पत्रकार की हत्या की जा रही है। निर्दोष लोगों की हत्या की जा रही है। लोगों को जिन्दा जलाया जा रहा है। अब यह आंदोलन नहीं उसकी जगह सामूहिक हत्याकांड हो गया है।"

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