Gadchiroli: अधिकारीयों पर भड़के मुख्यमंत्री फडणवीस, कहा- क्या यह बाप की जागीर है?; जाने पूरा मामला
गडचिरोली: गढ़चिरौली जिले में रुकने वाले पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जिला नियोजन समिति की बैठक में अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। 'क्या यह बाप की जागीर है?' देवेंद्र फडणवीस ने इन शब्दों में अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई। दूरदराज के इलाके में बजरी बिछाकर बनाई गई सड़क को अधिकारियों ने ट्रैक्टर से खोद डाला और दावा किया कि यह वन अधिनियम का उल्लंघन है। इस मामले को देवेंद्र फडणवीस ने गंभीरता से लिया है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस वैसे तो अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। लेकिन गढ़चिरौली जिले की कायापलट करने का फैसला करने वाले देवेंद्र फडणवीस ने अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। महाराष्ट्र के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री गढ़चिरौली जिले के नक्सल प्रभावित बेहद दूरदराज के इलाके में रुका हो। इस बार वे वन विभाग के अधिकारियों पर खूब भड़के। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे संबंधित कार्यालय में जाकर पत्राचार करें, न कि बैठकर गलतियां करते रहें। जिला नियोजन समिति की बैठक में ही यह घटना घटी, जिसने सभी को चौंका दिया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 2019 के चुनाव के दौरान गढ़चिरौली में रुके थे। वे गढ़चिरौली पुलिस बल विश्राम गृह में ठहरे हुए हैं और गढ़चिरौली में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए पार्टी का मोर्चा भी तैयार करेंगे। बताया जा रहा है कि पार्टी में अंदरूनी गुटबाजी को खत्म करने और नक्सल प्रभावित इलाकों में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए फडणवीस जिले में रुके थे।
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