India vs Spain Hockey: हॉकी में लगातर दूसरे ओलम्पिक में भारत ने जीता ब्रॉन्ज मैडल, स्पेन को 2-1 से हराया

पेरिस ओलंपिक (Peris Olympic) में ब्रॉन्ज मैडल (Bronze Medal) के लिए खेले गए मैच में भारत (Bharat) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्पेन (Spain) को 2-1 से हरा दिया। भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) ने लगातार दूसरे ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है। इस मैडल के साथ ओलंपिक में भारत के चार मैडल हो गए हैं। इस जीत के साथ भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक के इतिहास में यह 14वां पदक है। भारत ने अब तक रिकॉर्ड 8 स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं। इस मैच में कप्तान हमनप्रीत और श्रीजेश जीत के हीरो रहे।
इस जीत के साथ ही भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में इतिहास रच दिया है. टीम ने लगातार दूसरी बार कांस्य पदक जीता है. इससे पहले उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता था. भारतीय हॉकी टीम के इतिहास में यह दूसरी बार है, जब भारत ने लगातार दो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है। इससे पहले भारत ने 1968 और 1972 ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीते थे।
भारत और स्पेन के बीच पेरिस ओलंपिक 2024 का कांस्य पदक हॉकी मैच खेला गया। पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने गोल करने की कोशिश की. लेकिन कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी. इसके बाद दूसरे क्वार्टर में स्पेन को पेनल्टी मिली और उसने गोल करके बढ़त बना ली। इसके बाद 30वें मिनट में भारत को पेनल्टी मिली और इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल करके भारत को बढ़त दिला दी. लेकिन स्पेन गोल करने में नाकाम रहा. इसके बाद तीसरे क्वार्टर में भी भारत की ओर से हरमनप्रीत ने पेनाल्टी पर गोल किया. इसके साथ ही भारत ने 2-1 की बढ़त ले ली. चौथे क्वार्टर में स्पेन को दो पेनल्टी मिलीं।
52 साल बाद लगातार दूसरे ओलंपिक में जीता मैडल
पेरिस ओलंपिक में भारत ने मैडल जीतकर रिकॉर्ड बना दिया है। 52 साल बाद यह पहला मौका है जब भारत ने लगातार दो ओलंपिक में भारत की टीम ने मैडल जीता है। भारत ने 1968 और 1972 में लगातार दो मैडल जीते थे, इसके बाद 2020 में टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मैडल जीता। वहीं पेरिस में भारतीय टीम ने फिर से ब्रॉन्ज़ मैडल जीता।
प्रधानमंत्री मोदी ने टीम इंडिया को दी बधाई
भारतीय टीम की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। पीएम ने लिखा, "एक उपलब्धि जिसे आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी! भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में चमकाया, कांस्य पदक जीता! यह और भी खास है क्योंकि यह ओलंपिक में उनका लगातार दूसरा पदक है। उनकी सफलता कौशल, दृढ़ता और टीम भावना की जीत है। उन्होंने अत्यधिक धैर्य और लचीलापन दिखाया। खिलाड़ियों को बधाई। हर भारतीय का हॉकी से भावनात्मक जुड़ाव है और यह उपलब्धि इस खेल को हमारे देश के युवाओं के बीच और भी लोकप्रिय बनाएगी।

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