Wardha: ‘डायल 112’ हुआ सफल, एक वर्ष में पुलिस विभाग को आई 10,000 के करीब कॉल

- 55 वाहन, 301 प्रशिक्षीत कर्मी कार्यरत
वर्धा: बढती अपराधिक वारदातों पर नियंत्रण लगाने जिला पुलिस दल में 26 सितम्बर 2021 को डायल 112 सेवा शुरु की गई़ इसे डायल कर संकट के समय पीडित इमरजेन्सी सहायता प्राप्त कर सकता है़ वर्ष 2022 में डायल 112 पर करिब 9 हजार 234 कॉल अटेन्ड किये गये़ इसमें 8 हजार 319 कॉल निपटाने की जानकारी है़ उक्त इमरजेंसी रिस्पाँड सिस्टम (ईआरएसएस) जिले में कारगार साबीत हो रही है़ इस सिस्टम पर सर्वाधिक कॉल महिलाओ से जुडे प्राप्त हुए है.
बता दे कि, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में डायल 112 की स्वतंत्र यंत्रणा तैनात की गई है़ जिले में अपराधिक वारदातो का ग्राफ बढ गया है़ इसमें घरेलू विवाद, अवैध व्यवसाय तथा अन्य अपराधिक घटनाओ का समावेश है़ इसपर नियंत्रण पाने के लिये पिछले डेढ वर्ष से उपरोक्त यंत्रणा कार्यान्वित की गई है़ इसके लिये सभी 19 थानो के करिब 301 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है़ डायल 112 पर कॉल आते ही उक्त कर्मचारी 15 मिनट के भितर मौके पर पहुंचते है़ कई बार वारदात रुकने में मदद मिली है।
पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में तैयार किये गये स्वतंत्र कक्ष में सहा. पुलिस निरीक्षक यशवंत किचक, सहा. पुलिस निरीक्षक सविता कावले के नेतृत्व में 13 महिलाकर्मी व 2 तकनीकि कर्मी कार्यरत है़ किसी लोकेशन से कॉल आते ही इसे संबंधीत थाने से कनेक्ट कर यहां से शीघ्र कर्मचारी स्पॉट पर पहुंचते है़ इससे पीडित व्यक्ती को तुरंत राहत मिलती है़ उक्त यंत्रणा के तहत 19 थानो के लिये जीपीएस सिस्टम से लेस 26 फोरवीलर व 29 दुपहिया इस प्रकार कुल 55 वाहन कार्यरत है़ सभी थानो में 301 प्रशिक्षीत कर्मचारी कार्यरत है़ जो क्वीक रिस्पॉन्ड देकर मौके पर पहुंचते है़ दुर्घटना होने पर घायलों को तुरंत अस्पताल में पहुंचाने का काम इसके माध्यम से होता है।
महिलाओ से जुडे 2799 कॉल
आये दिन महिलाओ पर अन्याय की घटना सामने आ रही है़ उक्त यंत्रणा का उपयोग पीडिताओ को हो रहा है़ घरेलू विवाद, छेडछाड जैसे मामलो में महिलाये डायल 112 पर संपर्क कर रही है़ गतवर्ष महिलाओं से जुडी शिकायतों के कुल 2 हजार 799 कॉल प्राप्त हुए है़ सभी कॉल अटेन्ड कर पीडिताओं को राहत देने का काम हुआ है।
प्रतिदिन आ रहे 35 से 40 कॉल
डायल 112 पर जिलेभरे से प्रतिदिन 35 से 40 कॉल प्राप्त हो रहे है़ इसमें अवैध व्यवसाय, घरेलू हिंसा, मारपीट, दंगा-फसाद, सडक हादसो से जुडी जानकारी मिलती है़ उक्त सभी कॉल संबंधीत थाना क्षेत्र के कर्मी अटेन्ड कर उपाययोजना का काम शुरु किया जाता है।
शिकायतकर्ता को राहत देने की कोशीश
सहा़ पुलिस निरीक्षक सविता कावरे ने कहा, “डायल 112 यंत्रणा के माध्यम से पीडित व शिकायतकर्ता को समय रहते राहत देने की हमारी कोशीश होती है़ तुरंत कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचते है़ कॉल प्राप्त होने के बाद संबंधीत को राहत मिली या नहीं इस बारे में पुन: संपर्क कर स्थिति का जायजा लिया जाता है।”

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