एक गांव ऐसा भी-मोबाइल के दुष्परिणाम को देखते हुए किशोरों के लिए मोबाइल के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई

यवतमाल: मोबाइल के इस्तेमाल के जितने फ़ायदे उतने ही दुष्परिणाम! आज कल हालात तो ऐसे हो गए है मानों किसी बीमारी की तरह मोबाइल की लत ही लग गई हो,मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर और उसके दुष्परिणाम को लेकर कई रिसर्च सामने आ चुकी है.जिसके बाद अब मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर कई तरह के नियम बनाये जा रहे है.
यवतमाल जिले के पुसद तहसील के बांसी गांव की ग्रामसभा ने अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए मोबाइल पर प्रतिबंध लगाए जाने का निर्णय लिया है.ग्रामसभा ने गांव में 18 वर्ष से काम आयुवर्ग के किशोर-किशोरियों के लिए मोबाइल के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.
देश में इस तरह का फैसला लेने वाला बांसी संभवतः पहला गांव है.इसके पीछे दलील की गयी है की मोबाइल के इस्तेमाल से जो मानसिक और शारीरिक परिणाम पड़ रहे है उसे रोका जाये। यह प्रस्ताव ग्रामसभा में एक मत से पारित हुआ है लेकिन इसे किस तरह का प्रतिसाद मिलता है यह देखना दिलचप्स रहेगा। गांव के सरपंच गजानन टाले के मुताबिक यह फैसला गांव के लोगों खास तौर से किशोर वर्ग की भलाई के लिए लिया गया है.ग्राम सभा अपने इस फैसले को लेकर समुपदेशन करेगी।

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