Akola: जिले में भारी बारिश जारी, काटेपूर्णा परियोजना के सभी गेट खोले

अकोला: जिले की सबसे बड़ी काटेपूर्णा परियोजना के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण परियोजना से प्रति घंटे 48 करोड़ 60 लाख 50 हजार 400 लीटर पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले 15 घंटे से चल रहे इस डिस्चार्ज को लगातार बढ़ाया जा रहा है। प्रशासन ने काटेपूर्णा नदी से लगे गांवों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
लगातार हो रही बारिश
वापसी की बारिश ने जिले में जगह-जगह जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई। चूंकि जिले में बड़ी, मध्यम और छोटी परियोजनाएं पहले ही 100 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच चुकी हैं, इसलिए भारी बारिश की स्थिति में परियोजना के दरवाजे खोलने होंगे। काटेपूर्णा परियोजना क्षेत्र में भारी बारिश के कारण 17 अक्टूबर की मध्य रात्रि 12 बजे परियोजना के दो फाटकों को 30 सेमी ऊपर उठाकर 51.16 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड (51 हजार 160 लीटर प्रति सेकेंड) का निर्वहन शुरू किया गया।
बारिश जारी रहने पर 18 अक्टूबर को सुबह 10.30 बजे प्रोजेक्ट के दो और गेट खोल दिए गए और डिस्चार्ज 102.33 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड (1 लाख 2 हजार 330 लीटर प्रति सेकेंड) हो गया। उसके बाद बारिश नहीं थमी तो प्रोजेक्ट के दस दरवाजे भी खोलने पड़े। इससे 352.82 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (3 लाख 52 हजार 820 लीटर प्रति सेकेंड) डिस्चार्ज किया गया। इसलिए पिछले 15 घंटे में काटेपूर्णा परियोजना से 48 करोड़ 60 लाख लीटर पानी प्रति घंटा नदी तल में छोड़ा जा रहा है। प्रोजेक्ट में पानी की आवक को देखते हुए प्रोजेक्ट में डिस्चार्ज कम और ज्यादा होने जा रहा है।
5 और डैम से छोड़ा जा रहा पानी
एक तरफ सबसे बड़ी कटेपूर्णा परियोजना से डिस्चार्ज का कार्य चल रहा है, दूसरी सबसे बड़ी वन परियोजना से 18.02 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (18 हजार 2 लीटर प्रति सेकेंड), मोरना परियोजना से 15.37 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (15 हजार 370 लीटर प्रति सेकेंड) उमा परियोजना से भी 2.52 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (2 हजार 520 लीटर प्रति सेकेंड) और पोपटखेड़ परियोजना से भी पानी छोड़ा जारहा है।

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