Amravati: साल भर में 1 हजार 877 लोगों को सांप ने डसा, विभिन्न स्थानों पर 16 लोगों की मौत
अमरावती: जिले में नवतपा शुरू हो चूका है। तापमान लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं इस दौरान सर्पदंश की घटनाएं बढ़ गई है। पिछले एक साल में 1,877 लोगों को सांप ने काटा है, जिनमें से 16 लोगों की मौत हो चुकी है। गर्मी बढ़ने के कारण जमीन भी गर्म होने लगती है। इस कारण बिलो में घुसे सांप बाहर निकलते है और उथली जगहों पर जाकर छिप जाते हैं। वहीं इस दौरान कोई इंसान वहां आजाए तो उन्हें काट लेते हैं।
गर्मी शुरू होते ही तापमान बढ़ना शुरू हो जाता है। पिछले कुछ सालों से तापमान सामान्य 40 से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। ऐसे में लोगों को गर्मी से बेहाल होना पड़ रहा है। इन दिनों इंसानों की तरह जंगली जानवरों और वन्य जीवों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर पानी के लिए जंगली जानवर जंगल छोड़कर इंसानी बस्तियों में आ जाते हैं। इससे लोगों पर जंगली जानवरों का हमला होता है। जमीन में छिपे जानवर गर्मी के कारण बाहर आ जाते हैं। कुछ सांप बिलों में बैठे हैं। जैसे ही जमीन गर्म होती है, ये सांप अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं।
शीतलता की तलाश में सर्प भी मूल रूप से सर्प ठंडे खून वाले होते हैं। 70% (प्रतिशत) शरीर पानी से बना होता है। इसलिए उसे अपने शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए बाहरी वातावरण पर निर्भर रहना पड़ता है। इसलिए गर्मी में सांप पानी और ठंडी जगह की तलाश में जमीन से बाहर निकल आते हैं। जिले में इन दिनों सांपों की संख्या अधिक होती है। गैर विषैले और जहरीले सांपों की संख्या भी बड़ी है। इसलिए सर्पदंश के बाद अगर आप उचित प्राथमिक उपचार कर बिना डरे अस्पताल पहुंचें तो आपकी जान बच सकती है।
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