logo_banner
Breaking
  • ⁕ भिवापुर में चौंकाने वाली घटना, क्रिकेट खेलते समय 13 वर्षीय किशोर की हुई मौत, पेट के निचले हिस्से में बल्ला लगने से गई जान ⁕
  • ⁕ Yavatmal: नगरवाड़ी के बाहरी इलाके में गांजे की खेती, करीब दो लाख रुपये का गांजा जब्त ⁕
  • ⁕ बुधवारी बाजार EV चार्जिंग स्टेशन परियोजना शुरू; स्थल की सफाई, ध्वस्तीकरण और अतिक्रमण हटाने पर चर्चा ⁕
  • ⁕ सुजात आंबेडकर ने रिपब्लिकन एकता की बात करने वाले आंबेडकरवादी नेताओं पर कसा तंज, कहा - अपनी पार्टी का वंचित में कर लीजिए विलय ⁕
  • ⁕ केंद्रीय राज्यमंत्री अठावले ने आत्मसमर्पित नक्सली नेता भूपति को दिया RPI में शामिल होने का न्योता, कहा- सभी हथियार छोड़ मुख्यधारा में लौटें ⁕
  • ⁕ दीवाली से पहले नागपुर की यात्रा हुई महंगी; पुणे, मुंबई और हैदराबाद सहित सभी रूटों पर किराये में वृद्धि ⁕
  • ⁕ एसटी कर्मियों को दिवाली भेंट: 6,000 बोनस और 12,500 अग्रिम, वेतन बकाया हेतु सरकार 65 करोड़ मासिक फंड देगी ⁕
  • ⁕ विदर्भ सहित राज्य के 247 नगर परिषदों और 147 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित, देखें किस सीट पर किस वर्ग का होगा अध्यक्ष ⁕
  • ⁕ अमरावती में युवा कांग्रेस का ‘आई लव आंबेडकर’ अभियान, भूषण गवई पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ⁕
  • ⁕ Gondia: कुंभारटोली निवासियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर नगर परिषद पर बोला हमला, ‘एक नारी सबसे भारी’ के नारों से गूंज उठा आमगांव शहर ⁕
Amravati

Amravati: जनवरी से अगस्त तक आठ महीनों में 180 किसानों ने की आत्महत्या


अमरावती: लगातार प्राकृतिक आपदाएँ, कृषि उत्पादन में गिरावट, उपज की कम कीमत, बारिश, ऋण जैसी समस्याओं के चलते, खरीफ सीजन के साढ़े तीन माह के दौरान जिले में 55 किसानों ने आत्महत्या कर ली। इनमें जून में 18, जुलाई में 19, अगस्त में 18 आत्महत्याएं हुईं।

साल 2024 का ख़रीफ़ सीज़न आधा ख़त्म हो चुका है इसमें मूंग, उड़द, सोयाबीन आदि फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। अब केवल कपास और अरहर की फसलें बची हैं। ये दोनों फसलें आज 60 प्रतिशत बर्बादी हो गई हैं। संतरा किसानों की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है।

तहसील में जनवरी से अगस्त तक आठ महीनों में 180 किसानों ने आत्महत्या कर ली। इसमें सितंबर में हुई किसानों की आत्महत्याएं शामिल नहीं हैं। इनमें से केवल 65 आत्महत्याएँ सरकारी सहायता के लिए पात्र थीं। पात्र में से 49 आत्महत्या करने वाले किसान परिवारों को सहायता दी जा चुकी है। आत्महत्या के 82 मामले लंबित हैं, जबकि 33 मामले अपात्र घोषित किये गये हैं।