logo_banner
Breaking
  • ⁕ हाईकोर्ट ने माणिकराव कोकाटे को मिली जमानत, एक लाख के मुचलके पर अदालत ने कोकाटे को दिया जमानत, सजा रखी बरकरार ⁕
  • ⁕ डॉक्टर को Sextortion में फांसकर मांगी 2.60 करोड़ की फिरौती, पत्रकार सहित सात लोग गिरफ्तार; तीन महिला भी शामिल; 13 नामजद ⁕
  • ⁕ नगर पालिका चुनाव से पहले ठाकरे गुट को बड़ा झटका, अमरावती नगर सेवक रहे प्रशांत वानखड़े युवा स्वाभिमान संगठन में शामिल ⁕
  • ⁕ विदर्भ में पढ़ रही कड़ाके की ठंड; 8 डिग्री के साथ गोंदिया सबसे ठंडा, नागपुर में भी पारा लुढ़कर 8.5 डिग्री हुआ दर्ज ⁕
  • ⁕ बुटीबोरी में हुए हादसे में तीन मजदूरों की मौत, 11 मजदूरों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी, प्राइवेट अस्पताल में चल रहा इलाज ⁕
  • ⁕ विदर्भ में मनसे के लिए अच्छा माहौल, उबाठा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत ⁕
  • ⁕ Bhandara: ट्रक रोककर चालक को बेरहमी से पीटा, नकदी लूटकर हुए फरार, पुलिस ने 12 घंटे के अंदर सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपूर मनपा में नया विवाद; आयुक्त के ‘अलिखित फरमान’ से अधिकारी-कर्मचारी परेशान ⁕
  • ⁕ सूदखोरी का कहर! चंद्रपुर में साहूकारों की दरिंदगी, एक लाख का कर्ज़ 47 लाख बना; कर्ज चुकाने किसान ने बेच दी किडनी ⁕
  • ⁕ Nagpur: चोरी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन चोरी की वारदातों का खुलासा, क्राइम ब्रांच यूनिट 3 की कार्रवाई ⁕
Amravati

Amravati: अमरावती जिले में रबी की 60 प्रतिशत बुआई हुई पूरी, करीब डेढ़ लाख हेक्टेयर में बुआई की योजना


अमरावती: कृषि विभाग की ओर से अमरावती जिले में खरीफ के बाद औसतन 1 लाख 48 हजार 879 हेक्टेयर में रबी की बुआई की योजना बनाई गई है। अब तक 82 हजार 233 हेक्टेयर यानि 60 फीसदी बुआई पूरी हो चुकी है।

पिछले वर्ष 1 लाख 61 हजार 453 हेक्टेयर में बुआई हुई थी। कृषि विभाग द्वारा रबी सीजन की योजना बनायी गई है। 1 लाख 48 हजार हेक्टेयर में रबी सीजन की खेती होगी। इनमें से 82 हजार 233 हेक्टेयर में बुआई पूरी हो चुकी है। 

पिछले साल चने के मिले अच्छे दाम को देखते हुए किसानों का रुझान इस साल भी चने की फसल की ओर है। ऐसे में अनुमान है कि चने की फसल अधिकतम 65 हजार 972 हेक्टेयर में बोई जाएगी। इसके अलावा रबी मौसम में गेहूं, ज्वार, मक्का, सरसों, कुसुम, तिल, अलसी, सूरजमुखी जैसी फसलों की खेती की जा रही है। खरीफ सीजन में हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसान अब रबी में प्रयास करेंगे।

बिजली की चिंता 

भारी बारिश से खरीप में फसलें नष्ट हो गईं थीं। नदी के किनारे के खेतों की फसलें बह गईं। खेत झील में तब्दील होने से फसलें जल गईं। रबी सीजन में जहां इससे उबरने की कोशिश की जा रही है, वहीं बिजली कंपनी प्रबंधन ने किसानों के सामने संकट खड़ा कर दिया है। फसल की सिंचाई पूरी होने से पहले ही बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। ऐसे में रबी फसल भी खतरे में पड़ने की आशंका बढ़ गयी है। किसानों को चिंता है कि बिजली कब चली जाए, इसका कोई ठिकाना नहीं है।